देहरादून। फाइनेंस कंपनी द्वारा स्थानीय गरीबों का उत्पीड़न करने के मामले में कार्यवाही न होने से नाराज उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं तथा पीड़ित परिवारों ने गुरुवार को यूकेडी के महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री की अगुवाई में मुख्यमंत्री आवास कूच किया। उत्तराखंड क्रांति दल ने 11 और 12 दिसम्बर को शासन-प्रशासन को एक ज्ञापन देकर जनलक्ष्मी फाइनेंस सर्विसेज कंपनी के खिलाफ जबरन वसूली की शिकायत की थी।
गुरुवार को 12:30 बजे कार्यकर्ताओं तथा उक्रांद नेताओं के परेड ग्राउंड से मुख्यमंत्री आवास कुच करते ही प्रशासन ने कनक चौराहे पर बेरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोक दिया, जिससे नाराज प्रदर्शनकारी शासन-प्रशासन विरोधी नारे लगाते हुए सड़क पर ही धरना देने बैैठ गए, जिससे जुलूस एक सभा में तब्दील हो गया। इस मौके पर महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री ने कहा कि जनता को भयमुक्त शासन देना सत्तारूढ़ सरकार का परम कर्तव्य होता है, लेकिन वर्तमान सरकार जनता को भय युक्त माहौल दे रही है, इससे शासन-प्रशासन के ऊपर से भी जनता का विश्वास उठ चुका है। उन्होंने बताया कि 17 दिसम्बर को उत्तराखंड क्रांति दल इन फाइनेंस कंपनियों पर सीधी कार्रवाई करते हुए जनलक्ष्मी फाइनेंस सर्विसेज के सीमा द्वार स्थित कार्यालय में स्वयं तालाबंदी करेगा।
इस मौके पर उक्रांद के नेताओं ने गुरुवार दोपहर दो बजे तहसीलदार एसएस राणा के हाथों सीएम के नाम एक ज्ञापन सौंपा। उक्रांद नेता लताफत हुसैन ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले चार दिनों में तीन बार मांग करने के बावजूद शासन-प्रशासन की कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है, जबकि पीड़ित परिवार जनलक्ष्मी फाइनेंस से भयभीत होकर जीवन यापन करने को मजबूर है। सरकार का आलम यह है कि बार-बार मांग किए जाने के बावजूद शासन-प्रशासन की ओर से संदिग्ध फाइनेंस कंपनी की जांच कराए जाने के बजाए पीड़ित परिवारों की आवाज को दबाने के लिए पुलिस बल का प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनता के सामने कांग्रेस और भाजपा की इस विषय पर चुप्पी से राष्ट्रीय दलों का चेहरा उजागर हो चुका है।