देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव को पत्र सौंपते हुए विधानसभा घेराव कार्यक्रम के लिए गैरसैंण के जीआईसी मैदान के उपयोग की अनुमति मांगी। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि उक्रांद ने 1992 में उत्तराखंड राज्य के जनमानस की भावनाओं के अनुरूप गैरसैंण चंद्र नगर को उत्तराखंड राज्य की स्थाई राजधानी की घोषणा/प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। तब से लगातार उत्तराखंड क्रांति दल गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाए जाने के लिए आंदोलनरत है। समय-समय पर उत्तराखंड राज्य में काबिज हुई राष्ट्रीय दलों की सरकारों ने राजधानी जैसे अहम मुद्दे को हमेशा अनदेखा किया है तथा लगातार जनता को गुमराह किया है।
उक्रांद के केंद्रीय महामंत्री जयप्रकाश उपाध्याय ने बताया कि 20 मार्च 2018 को भराड़ीसैंण विधानसभा में बजट सत्र के दौरान घेराव के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गयी है। ’0 मार्च को इसके लिए गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडल से हजारों कार्यकर्ता गैरसैंण में एकत्रित होंगे। उत्तराखंड क्रांति दल शासन-प्रशासन से इस लोकतांत्रिक विरोध-प्रदर्शन में सहयोग की अपेक्षा करता है। प्रतिनिधिमंडल ने मांग पत्र में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि एक भी कार्यकर्ता को गैरसैंण जाने से रोका गया अथवा किसी प्रकार की अभद्रता की गई तो दल की प्रतिक्रिया के लिए शासन-प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होगा। कार्यकर्ताओं को जबरन रोके जाने की दशा में अल्मोड़ा तथा गढ़वाल मंडल की ओर से गैरसैंण में जुड़ने वाले दोनों मुख्य मार्गों को जाम कर दिया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी। प्रतिनिधिमंडल में दल के संरक्षक बीडी रतूड़ी, वरिष्ठ नेता लताफत हुसैन, केंद्रीय महामंत्री जयप्रकाश, महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री, केंद्रीय सचिव धर्मेंद्र कठैत, सुरेंद्र बुटोला व गौरव उनियाल शामिल थे।