उरेडा से ऊर्जा संरक्षण को राज्य में मिल रहा है बल

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देहरादून। उत्तराखंड के कुछ विभाग शासकीय कामों के साथ-साथ प्राकृतिक व्यवस्थाओं के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण में विशेष महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन्हीं में शामिल है उरेडा, जो ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में सरकार द्वारा नामित एजेंसी है। संस्थान के अधिकारी शासन के दिशा-निर्देअनुसार ऊर्जा और वैकल्पिक ऊर्जा पर विशेष कार्य कर रहे हैं, जिससे बिजली की कमी तो दूर हो रही है, प्रदेश को भी अच्छा-खास लाभ हो रहा है। मुख्यमंत्री जिनके पास ऊर्जा विभाग का भी दायित्व है, के दिशा-निर्देश पर प्रबंधक एके त्यागी तथा सीपी अग्रवाल वैकल्पिक ऊर्जा को महत्वपूर्ण आयाम देने पर जुटे हुए हैं।

यह जानकारी देते हुए वरिष्ठ अधिकारी सीपी अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा उजाला कार्यक्रम के अन्तर्गत वर्ष 2019 तक 100 लाख एलईडी बल्ब के वितरण का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक लगभग 44.42 लाख बल्ब का वितरण हो चुका है, जिससे प्रतिवर्ष 576 मिलियन यूनिट विद्युत खपत में कमी लाई गई है। राज्य में 67 डाकघर, उरेडा के 13 जनपदीय कार्यालयों एवं यूपीसीएल के बिल काउंटर, पेट्रोल पम्प, स्वयं सहायता समूहों आदि के माध्यम से भी बल्ब की बिक्री का कार्य कराया जा रहा है।
अग्रवाल के अनुसार राज्य के 54 शासकीय भवनों में ऊर्जा आॅडिट का कार्य पूर्ण कराया गया है। उत्तराखंड सचिवालय परिसर के विभन्न भवनों/ कक्षों एवं जनपद के विकास भवनों तथा कलेक्ट्रेट भवनों में विद्युत की बचत हेतु आक्यूपेन्सी सेन्सर्स की स्थापना का कार्य पूर्ण कराया गया, जिससे 15-20 प्रतिशत विद्युत खपत में कमी लाई गई है। उत्तराखंड जल संस्थान, राजपुर रोड में पांच परम्परागत जल पम्पों तथा मसूरी में दो परम्परागत जल पम्प को ऊर्जा दक्ष पम्पों से बदला गया है।
उन्होंने बताया कि जनपद नैनीताल की पांच ग्राम पंचायतों में 1000 परम्परागत एलईडी बल्बों से बदला गया एवं जनपद हरिद्वार के ग्राम पंचायत रसूलपुर बहादराबाद में100 वाॅट के 2484 बल्बों को 12 वाॅट के एलईडी बल्बों से बदला गया। राज्य में ऊर्जा संरक्षण भवन संहिता को संशोधित कर नये भवनों के निर्माण में संस्तुतियों को लागू किए जाने के लिए अधिसूचना जारी की गई है एवं उरेडा द्वारा भवन ऊर्जा संरक्षण संहिता के अंतर्गत जनपदों में प्रशिक्षण कार्यक्रम, कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं।
मसूरी नगर पालिका क्षेत्र में 500 स्ट्रीट लाइट, हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र में 386 एलईडी स्ट्रीट लाइट की स्थापना प्रदर्शन कार्यक्रम के अंतर्गत पूर्ण करायी जा चुकी है। ईईएसएल द्वारा देहरादून में 42000 सोडियम वेपर लैम्प बदले जाने हेतु एमओयू किया गया है। दून विश्वविद्यालय देहरादून में स्थापित 150 सोडियम स्ट्रीट लाइट्स को ऊर्जा दक्षण जोन आधरित स्ट्रीट लाइट्स के रूप में बदला गया है। राज्य के समस्त स्थानीय निकाय क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट्स, भवनों, जल पम्प आदि में ऊर्जा बचत की संभावनाओं हेतु वार्षिक ऊर्जा बचत प्लान तैयार कराया गया है।