उत्तराखंड की एक और बेटी एवरेस्ट की राह पर

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    फोटोः कृष्णा रावत
    उत्तरकाशी। हिमालय  और  उत्तराखंड की बेटियों के  हौसले कितने बुलंद है  यह बात  इस बात से भी पता लगती है  की गांव की रहने वाली है  लड़कियां भी एवरेस्ट को विजय करने के लिए हमेशा  तत्पर रहती है ऐसी ही एक लड़की है उत्तरकाशी में भटवाड़ी ब्लॉक के नाल्ड गांव की रहने वाली पूनम राणा जिसके हौसले की मिसाल  इतनी मजबूत है कि  वह 2018 में एवरेस्ट चढ़ने की तैयारी में है। पूनम को हौसला देने के लिए आगे आई हैं बछेंद्री पाल जिनका उद्देश्य ही हिमालय की चोटियों पर फतेह करने के लिए नए जनरेशन को तैयार करना है पूनम को भी बछेंद्री पाल ने पहली नजर में ही देखकर पहचान लिया यह लड़की हिमालय की ऊंचाइयों को फतह करने का जज्बा रखती है यही से पूनम का एवरेस्ट फतह का सपना साकार होने लगा और उसको  टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन ने स्पॉन्सर किया है।

    पूनम अपने इस सफ़र के बारे में बताती है  की उसने मॉन्टेनरिंग में बेसिक और एडवांस कोर्स किया है जिसमें वो बेस्ट स्टूडेंट रही और  इसी कोर्स के  दौरान पूनम बचेंद्री पाल के संपर्क में आई और टाटा स्टील के एडवेंचर फाउंडेशन में भी जुड़ गई

    पूनम की प्रतिभा पर बचेंद्री पाल, एवरेस्ट फतह करने वाली भारत की पहली महिला का कहना है कि जब इस वर्ष उनका ग्रुप एवरेस्ट बेस कैंप गया तो वहां पूनम का प्रदर्शन सरहानीय रहा जिसके बाद पूनम का एवरेस्ट फतह करना सपना बन गया, और बचेंद्री ने पूनम का सपना पूरा करने के लिए टाटा स्टील के मैनेजमेंट से पूनम को स्पांसर करने की बात कही और टाटा ने इसमें हामी भर दी।पूनम का सपना एवरेस्ट फ़तेह करना है जिसको वो हर हाल में पूरा करेंगी और लड़कियों में एक मिसाल कायम करेगी