नमामि गंगे के उत्तराखंड प्रभारी रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री बनते ही अपनी कैबनेट को पहला काम गंगा सफाई का दिया। जिसके तहत कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर गंगा स्वच्छता अभियान की शुरुवात की। और लोगों से गंगा को स्वच्छ रखने की अपील की।
उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है जिसकी पहचान गंगा माँ से होती है लेकिन साल दर साल अपनी स्वच्छता खोती गंगा आज बेहद मैली हो चुकी ही। गंगा माँ की स्वच्छता को बचाने के लिए अब निर्वाचित मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पहल शुरू की है। पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता पर आते ही रावत सरकार ने अपनी कैबिनेट को गंगा स्वच्छता पर लगा दिया है। इसी कड़ी में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने ऋषिकेश के गंगा तट पर सफाई अभियान चलाया जिसमें उनके साथ कई लोगों ने हिस्सा लिया और गंगा घाट की सफाई की। इस मौके पर सुबोध उनियाल ने बताया कि गंगा को साफ़ और स्वच्छ रखने की जरूरत है और हम सबको इसके लिए आगे आना चाहिए। प्रदेश में भजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार के बाद नव निर्वाचित मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपना पहला ही निणर्य गंगा स्वछता का उठाया जिसके लिये सभी कैबिनेट मंत्री अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर स्वछता मिशन में सहयोग करते दिखे तो वहीँ आम लोगों ने भी इस अभियान में बढ़-चड़कर हिस्सा लिया। स्थानीय लोगों का मानना है कि मोदी सरकार आने वाले समय में गंगा को पूर्ण तरह से स्वत्छ करने में कामयाब होंगे बस इसके लिए हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। मोदी और त्रिवेंद्र रावत की जुगलबंदी का असर जल्द से जल्द गंगा के जल में दिखने लगेगा। त्रिवेंद्र कैबिनेट की पहले दिन के कार्य की शुरुवात माँ गंगा के सफाई अभियान से हुयी है। अब देखना यह है कि आगे चलकर ये अभियान कितना सफल हो पाता है।