आगामी 26 जनवरी तक पूरे उत्तराखण्ड को खुले में शौच से मुक्त करा लिया जाएगा। प्रसार प्रशिक्षण केंद्र शंकरपुर में स्वजल पाठशाला भवन का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में बड़ी यात्रा तय की गई है। राज्य के 4331 गांव, 48 ब्लाक व 5 जिले ओपन डीफीकेशन फ्री (ओडीएफ) हो चुके हैं। उन्होंने इसके लिए मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी, संबंधित अधिकारियों, कार्मिकों, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 दिसम्बर को ओडीएफ अभियान में सराहनीय काम करने वालों का सम्मान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश को ओडीएफ बनाना एक बड़ा मिशन है जो कि सभी के सहयोग से ही सम्भव है।
मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी ने कहा कि ओडीएफ में उत्तराखण्ड चौथे स्थान पर है और पूरा विश्वास है कि 26 जनवरी तक पूरे प्रदेश को ओडीएफ कर लिया जाएगा।
स्वजल पाठशाला का उद्देश्य पेयजल व स्वच्छता सुविधाओं के दीर्घकालिक स्थायित्व को बनाए रखने के लिए कार्यदायी संस्थाओं से जुड़े कार्मिकों व त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का क्षमता विकास है।