अब भी निश्चित नहीं है कहां बनेगा उत्तराखंड का ”नेशनल गेम विलेज”

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38वें राष्ट्रीय खेल को होने में अब 1 साल ही बचा हैं, लेकिन अभी भी उत्तराखंड सरकार यह निर्णय नहीं ले पाई है कि आखिर खिलाड़ियों के लिए र्स्पोटस विलेज कहां पर बनाया जाएगा। तैयारियां लगभग पूरी हैं लेकिन र्स्पोटस विलेज अभी भी निश्चित नहीं है।  ये खेल गढ़वाल क्षेत्र के देहरादून और कुमाऊं के हल्दवानी क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा। देशभर के एथलिट्स लगभग 32 इवेंट में भाग लेगें।

उत्तराखंज में 2015 की सत्ताधर सरकार यानि की कांग्रेस सरकार ने इसका निष्कर्ष निकाला था की सहस्त्रधारा रोड पर स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड के पास र्स्पोटस विलेज का निर्माण कराया जा सकता है। दरअसल योजना यह थी कि ट्रेंचिंग ग्राउंड को शहर से दूर शिशमबरा में शिफ्ट कर दिया जाएगा और फिर उस भूमि पर र्स्पोटस विलेज बनाया जाए। लेकिन समय के साथ यह योजना भी अधूरी रह गई।

खेल मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि, ‘अलग से र्स्पोट विलेज बनाने से बेहतर विकल्प है कि जो प्राईवेट बिल्डिंग इस्तेमाल में नहीं आ रही हों वह लेकर उसका प्रयोग र्स्पोट विलेज के लिए किया जाए।’ पांडे ने कहा कि, ‘हमारी अधिकारियों से बात चल रही है कि प्राइवेट बिल्डिंग को किराये पर लेकर फिलहाल उसको ही इस्तेमाल किया जाए।’ पांडे ने कहा कि, ‘या तो हम बिल्डर को कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलीटी के माध्यम से काम करने को कहेंगे या फिर हम उन्हें उनके बिल्डिंग का किराया देंगे।’

सरकार के इस आधे-अधूरे योजना पर लोगों का मानना है कि खेल को लेकर सरकार का जो रवैया है वह बिल्कुल ही ढीला और गलत है। उम्मीद की जा रही थी कि नेशनल गेम से उत्तराखंड को एक अलग पहचान मिलेगी लेकिन आधी-अधूरी तैयारियों के साथ ना केवल उत्तराखंड में बल्कि पूरे देश के सामने राज्य का नाम खराब होगा।