आईये चलें उत्तराखंड के पहले प्राईवेट नेचर रिर्जव में

0
1038

पहाड़ों की रानी मसूरी अपनी खूबसूरती के लिए दुनियाभर में मशहूर है, अौर इस खूबसूरती में चार-चांद लगा रहा है “दि जबरखेत नेचर रिर्जव’’। यह नेचर रिर्जव उत्तराकंड का पहला प्राइवेट नेचर रिजर्व है। लगभग 110 एकड़ में फैला हुआ द जबरखेत अपनी तरह का पहला नेचर रिर्जव है जो पहाड़ी क्षेत्र में एडवेंचर को बढ़ावा देता है। इसमें

  • 3 किलोमीटर का हाईकिंग ट्रेल,
  • नेचर वाक,
  • बर्ड वाचिंग के साथ
  • ट्रायल मैप और फ्लोरा और फोना की पाकेट साईज का नेचर गाईड भी मौजूद है

इस रिर्जव का पहला लक्ष्य अपने प्राकृतिक खजाने को सुरक्षित रखते हुए स्थानीय लोगों के लिए आजीविका पैदा करना है।जबरखेत नेचर की मैनेजिंग डायरेक्टर सेज़ल वोहरा ने बताया कि “विकास का मतलब केवल बड़ी-बड़ी बिल्डिंगें बनाना नहीं होता, विकास के क्षेत्र में काम करने के लिये हम प्रकृति का विकास भी कर सकते हैं। इस नेचुरल रिर्जव के माध्यम से हमने प्रकृति को विकसित किया है। इस क्षेत्र के माध्यम से हमने क्षेत्रीय लोगों के जीवनयापन का ज़रिया तैयार किया है, साथ ही शिक्षा के लिए साधन,रोजगार के साधन और टूरिज्म का मौका देने के साथ हमने प्रकृति का संरक्षण भी किया है।”

इस मार्डन दौर में जब मशहूर हिल स्टेशन में छोटी-छोटी जगह में लोग मकान या दुकान बना रहें है, यह अनूठी पहल काबिले तारीफ है। मसूरी आने वाले पर्यटक भी कहते हैं कि मसूरी के लिए ये रिजर्व अलग चार्म है। “हम प्रकृति को देखने के लिए पहाड़ों पर आते हैं। अगर मसूरी आकर हम केवल भीड़-भाड़ वाले माल रोड पर घूम कर निकल जाएं तो मसूरी आने का क्या फायदा?”

तो अब आप अगली बार जब मसूरी आएं तो जबरखेत नेचर रिर्जव आपकी लिस्ट में सबसे ऊपर होना चाहिए।अगर आप सच में पहाड़ की हवाओं में खोना चाहते हैं तो यह रिर्जव आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है।