मौसम की ठंडक में सब्जियाें के दामों में वृद्धि से बिगड़ा जायका

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(ऋषिकेश) सर्दी के मौसम में हरी सब्जियां भी लाल हो गई हैं। जैसे-जैसे ठंडक बढ़ रही है, सब्जियों के दाम में उछाल आ रहा है। पिछले कुछ दिनों से सब्जियों के दामों में जबरदस्त वृद्धि हुई है। आलम यह है कि बिना प्याज व टमाटर के तड़का लगाकर किसी तरह काम चला रहे लोगों को अब सब्जियों के दामों में मुल्यवृद्वि होने से भारी समस्या से जूझना पड़ रहा है। यूं कहें कि सब्जियों ने रसोई का जायका खराब कर दिया है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। ग्राहक सब्जियों में आए उछाल के कारण खासे परेशान हैं।
शहर में मटर ,फूल गोभी, शिमला मिर्च सहित तमाम सीजनल सब्जियां ग्राहकों की जेबों पर भारी पड़ रही है। बाहर से आने वाले सब्जी महंगे दामों में बिक रही है, वहीं देसी सब्जी में भी काफी उछाल आया है। एक महीने से सब्जियों के मूल्यों में उछाल है। मंडी मे खरीदारी कर रही लता, पूजा, पूनम, सुनीता, सविता शर्मा ने बताया कि कुछ समय पहले सब्जी के दामों मे स्थिरता थी, लेकिन अब फिर से उछाल दिखने लगा है। सब्जियों के दामों में खासी बढ़ोतरी हुई है। स्थानीय निवासी रमेश बिष्ट, दीनू, नितिन, उत्तम का कहना है कि जाड़े की दस्तक के बाद से सब्जियों के दामों मे लगातार वृद्वि हो रही है। कोई भी सब्जी 40 रुपये प्रतिकिलो से नीचे नहीं है। दिलचस्प बात यह है कि स्थानीय प्रशासन रोज मर्रा की चीजों सहित फलों एवं सब्जियों की कीमतों पर नियंत्रण लगाने के प्रति पूरी तरह से उदासीन बना हुआ है जिसकी वजह से मुनाफाखोरी के बाजार मे उपभोक्ताओं को हर चीज मंहगी खरीदनी पड़ रही है।