जिले के अमतड़ी में पंचेश्वर बांध निर्माण को लेकर हुई जनसुनवाई में डौडा, पंथसेरा और रणुवा गांव के ग्रामीणों ने विरोध किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि डीपीआर में ग्रामीणों के हितों का ख्याल नहीं रखा गया है।
रविवार को ग्राम विकास अधिकारी महेंद्र कांडपाल और ग्राम पंचायत अधिकारी नकुल महर ने बांध की डीपीआर की जानकारी जैसे ही देनी शुरू की ग्रामीणों ने उसका विरोध किया। डौडा ग्राम प्रधान मान सिंह ने कहा कि कहा कि पहले सरकार भूमि के सर्किल रेट समान करें। सबको भूमि और मकान का समान मुआवजा देने का प्रावधान किया जाए इसके बाद ही जनसुनवाई पर कोई बात हो सकती है।
ग्रामीणों का कहना है कि बांध प्रभावित क्षेत्र में आ रही भूमि का प्रत्येक एक किलोमीटर में भूमि के दामों में भारी अंतर है जो कहीं से भी ठीक नही है। उनका कहना है कि वह किसी भी कीमत पर अपने कुल देवताओं और पुश्तैनी जमीन को बांध के लिए नहीं जाने देंगे।
विरोध कर रहे ग्रामीणों का साफ कहना है कि कृषि भूमि के बदले हमें कृषि भूमि कहां मिलेगी इसे बताया नही जा रहा है। ऐसे में हम भूमि देवक अपनी आजीविका को खो देंगे। ऐसे में जब तक भूमि कहां दी जाएगी, यह स्पष्ट नहीं किया जाएगा तब तक ग्रामीण पंचेश्वर बांध का विरोध करते रहेंगे।