पिछले दरवाजे से सत्र समाप्ति का आग्रह कर रहे थे विपक्ष के नेता: भट्ट

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(देहरादून) भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को विधानसभा सत्र गैरसैंण पर बोलने से पहले उन्हें यह सोचना चाहिए था कि खुद उनकी सरकार द्वारा गैरसैंण में दो दिवसीय विधानसभा सत्र आयोजित किया गया था।
भाजपा अध्यक्ष भटृ ने कहा कि सरकार द्वारा गैरसैंण का सत्र विधानसभा की नेता विपक्ष की सहमति एवं विधानसभा में बिजनेस पूरा होने के बाद ही समाप्त किया गया। कार्यमंत्रणा समिति जिसमें विपक्ष एवं सत्तापक्ष दोनों रहते हैं तथा जितना कार्य होता है दोनों सत्ता एवं विपक्ष की सहमति से सत्र चलता है। जब हम विपक्ष में होते थे और हम राजधानी के विषय पर या अन्य किसी विषय पर प्रश्न पूछने लगते थे तो सदन उठा लिया जाता था। इसलिए कुछ भी कहने से पहले उन्हें अपने दिन याद करने चाहिए। सदन सही चले इसके लिए सरकार विपक्ष को मनाने गई और विपक्ष ने भी सदन चलाने में सरकार का पूर्ण सहयोग किया तो फिर सदन के बाहर ऐसी दोहरी बयानबाजी ठीक नहीं है।
भट्ट ने बताया कि ठण्ड ज्यादा होने की वजह से विपक्ष के कई नेता भी पिछले दरवाजों से आकर विधानसभा सत्र को समाप्त करने का आग्रह कर रहे थे और अगर कांग्रेस के नेता बिजनेस समाप्त होने के बाद भी सदन को चलाना चाहते तो फिर उन्होनें कोई आग्रह क्यों नहीं किया। ये केवल राजनीतिक ड्रामेबाजी है और हरीश रावत राजनीति में बने रहने के लिऐ इस तरह के बेमतलब बयान देते रहते है।
राहुल गांधी की ताजपोशी पर पूछे जाने वाले सवाल पर उन्होंने बताया कि लगभग 17 सालों से कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी हैं और राहुल गांधी कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष के साथ डी फैक्टो अध्यक्ष की भूमिका निभा रहें हैं, तमाम प्रदेशों में संगठन की जिम्मेदारी देने में अथवा राष्ट्रीय पदाधिकारी बनाने और हर चुनाव लड़ने वालों की सूची जारी करने में उनका रोल अहम रहा है। उत्तराखण्ड, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, हिमाचल, हरियाणा, राजेस्थान, मध्यप्रदेश तथा अन्य राज्यों में तथा केन्द्र के चुनाव भी उन्हीं के नेतृत्व में लड़े गए, जिसका परिणाम हम सब ने देखा है। राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने से या न बनने से भाजपा अथवा भारतीय राजनीति में कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।