उत्तराखंड में फिर मौसम की मार को हो जायें तैयार

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    उत्तराखंड में आने वाले दिनों में भी बारिश से राहत मिलती नही दिख रही है। राजधानी देहरादून में रविवार सुबह से बारिश शुरू हो गई थी। मौसम विभाग की माने तो राज्य के अधिकांश जिलों में आठ अगस्त से भारी बारिश हो सकती है। देहरादून में सुबह से आसमान में हल्के बादल छाए हुए थे। लगभग दस बजे के करीब शहर में बारिश शुरू हो गई और आधे घंटे से तह जोरदार बारिश चलती रही, इसके बाद बारिश हल्की हो गई।

    देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटों में मौसम का मिजाज बना रहेगा, लेकिन आठ से दस अगस्त तक प्रदेश में एक बार फिर भारी वर्षा के आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में अधिकांश स्थानों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। देहरादून, चमोली, रुद्रप्रयाग, नैनीताल और पिथौरागढ़ जिलों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी भी जारी की गई है।

    राज्यभर में कहीं आंशिक तो कहीं आमतौर पर बादलों की मौजूदगी बनी रही, दोपहर से देहरादून में बारिश का दौर फिर से जारी हो गया। वहीं, हरिद्वार में धूल के साथ तेज हवाएं चली। बारिश से तापमान में भी गिरावट आई है। इससे लोगों ने राहत महसूस की। 

    वहीं पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण राज्य की अधिक्तर नदियां खतरे के निशान पर पहुंच गई हैं।पहाड़ों पर भारी बारिश ने प्रदेशभर में तबाही मचा रखी है। कहीं भूस्खलन हो रहा है तो कहीं लोग नदी नाले के तेज बहाव में बह जा रहे हैं। हरिद्वार के लक्सर में भारी बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। लक्सर में गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटबन्ध में तेजी से कटाव हो रहा है। रामसेवाला व हिम्मतपुर बेला गांव के निकट तटबन्ध टूटने का खतरा बढ़ रहा है। इससे लोगों में बाढ़ का डर पैदा होने लगा है। बढ़ते जलस्तर को देखकर लोगों ने बचने का तरीका ढूंढ़ना शुरू कर दिया है। लक्सर के साथ-साथ कई गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। एसडीएम ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ तटबन्ध का निरीक्षण किया। हालात को देखते हुए उन्होंने हिम्मतपुर बेला के पास तटबंध पर तुरन्त ठोकरे बनाने के निर्देश जारी किए हैं। साथ ही उन्होंने लोगों व अधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है।