किच्छा। कर्जा मांगने वालों से परेशान एवं आर्थिक तंगी से जूझ रही महिला ने अपने तीन मासूम बच्चों के साथ जहर खाकर जान देने की कोशिश की। महिला की हालत गंभीर होने पर उसे हायर हैल्थ सेंटर रैफर किया गया है। जबकि बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
नगर के वार्ड नम्बर छह नई सुनहरी निवासी रीमा गुप्ता पत्नी पवन गुप्ता एक साधारण परिवार की महिला थी। जबकि पति पवन गुप्ता टुकटुक चलाने का धंधा करते हैं। बताया गया कि रीमा ने अपनी कच्ची गृहस्थी चलाने के लिए मिनी बैंक एचबीसीएल से 28 हजार और 20 हजार दो बार में कर्जा ले रखा था। जिसका कर्जा वो नहीं उतार पा रही थी। इसके अलावा उसने कई अन्य अपने परिचितों से भी कर्जा ले रखा था। बताया गया कि कर्ज मांगने वाले आए दिन रीमा के घर के चक्कर लगा रहे थे। आज सुबह भी एक कर्ज लेने वाला रीमा के पास आया और कर्ज चुकाने को लेकर खासी जिद्दोजहद भी हुई। बताया गया कि इसके बाद से रीमा टेंशन में थी।
उसने अपने तीनों बच्चे गुंगु (६)अंशु (५) एंव करन (३) को जहरीला पदार्थ खिलाकर आत्महत्या का प्रयास किया। इधर, एकाएक महिला और उसके तीनों बच्चों की हालत बिगड़ती देख अन्य परिजनों में कोहराम मच गया। आनन फानन में चारों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किच्छा में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के बाद तीनों बच्चों की स्थिति मे सुधार होने लगा, लेकिन बच्चों की मां रीमा की स्थिति बिगड़ती देख चिकित्सकों ने उसे हायर हैल्थ सेंटर के लिए रैफर कर दिया। परिजन महिला को सुशील तिवारी हल्द्वानी अस्पताल लेकर रवाना हो गए। रीमा के पति पवन गुप्ता ने बताया कि उसकी शादी वर्ष 2010 में रीमा के साथ हुई थी।
यह शादी रीमा के मामा राजीव गुप्ता ने कराई थी। इधर, मामले में एसडीएम नरेश चंद्र दुर्गापाल और कोतवाल योगेश उपाध्याय ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किच्छा पहुंचकर महिला से घटना बावत विस्तृत जानकारी ली। यही नहीं महिला के मृतपूर्व बयान भी दर्ज कराए गए हैं। इस घटना के बाद सूदखोरों में फंसने के डर से खासा हड़कंप मचा हुआ है।