पिथौरागढ़- सबसे कम उम्र में नंदा देवी की ट्रैकिंग पूरी कर चेतन वापस मुनस्यारी लौट आए हैं। उन्होंने सबसे कम उम्र में इस कारनामे को कर दिखाने का रिकॉर्ड बनाया है। चेतन विदेशियों के आठ सदस्यीय एक ग्रुप में बतौर अंग्रेजी ट्रांसलेटर शामिल हुए थे।
दरअसल, मुनस्यारी के विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के छात्र चेतन(13 वर्ष) ने मिलम और नंदा देवी बेस कैंप की 154 किमी ट्रैकिंग 11 दिन में पूरी की है। चेतन ने सबसे कम उम्र में इस ट्रैक को पार करने का रिकॉर्ड बनाया है। आपको बता दें कि ब्रिटेन के आठ सदस्यीय दल के साथ आठवीं के छात्र चेतन बृजवाल ने नंदा देवी और मिलम की दूरी तय कर यह रिकॉर्ड बनाया है। ब्रिटेन के एक्सोडस कंपनी का ट्रैकिंग दल 15 अक्टूबर को नंदा देवी बेस कैंप गया था, जो आज वापस मुनस्यारी लौटा है। इस ट्रैकिंग दल के साथ चेतन बृजवाल को अंग्रेजी ट्रांसलेटर के तौर पर ले जाया गया। जहां चेतन ने विदेशियों का दिल जीत लिया और वह चेतन की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।
वहीं चेतन के वापस आने पर उसके स्कूल विद्यामंदिर में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसमें स्कूल के प्रधानाचार्य भगत सिंह बोरा ने चेतन बृजवाल उनके पिता बीरू बुग्याल, मा नीतू बृजवाल को सम्मानित किया। इस दौरान चेतन ने बताया कि वह रॉक क्लाइम्बिंग, रिवर राफ्टिंग, क्याकिंग की ट्रेनिंग भी राम गंगा नदी पर ले चुके हैं और उनका लक्ष्य पर्वतारोही बनने का है। उन्होंने चेतन के इस साहस के लिए उसको ईनाम भी दिया। इससे पहले 2014 में हुगली पश्चिम बंगाल के तरुण भट्टाचार्य(14 वर्ष) अपने माता-पिता के साथ नंदादेवी बेस कैंप गए थे। नंदा देवी बेस कैंप की ऊंचाई 4100 मीटर है और मिलम नंदा देवी बेस कैंप में ट्रैकिंग के लिए 11 दिन और 154 किमी पैदल चलना पड़ता है।