द्वाराहाट – देश सेवा का जज्बा इस कदर जूनून बन गया कि इन्जिनियंरिंग छोड भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए निकल पडे द्वारहाट ब्लाक के छतगुल्ल गांव के निवासी मंयक जोशी, जो कश्मीर के अखनूर में हाईवे निर्माण में इंजीनियरिंग का कार्य कर रहे थे, मयंक की सफलता से पैतृक गांव छतगुल्ला में खुशी का माहौल है। मयंक के पिता हंसादत्त जोशी वर्तमान में दिल्ली छावनी में प्रबंधक तो माता मंजू जोशी गृहणी हैं।
मंयक जोशी सिविल इंजीनियरिंग से बीटेक पास कर काश्मीर में पाकिस्तान बार्डर के अखनूर चिनानी हाईवे पर बतौर इंजीनियर कार्य कर रहे थे, देश सेवा का एसा जूनून सवार हुआ कि मयंक ने एसएससी की परीक्षा पास कर सेना में कमीशन ले लिया। जो इंडियन मिलेट्री एकेडमी (आईएमए) देहरादून में सैन्य अधिकारी की ट्रेनिंग लेगा। इस इंजीनियर में देश सेवा का ऐसा जज्बा जागा कि नौकरी छोड़ सेना में जाने की तैयारी पर जुट गया। कठिन परिश्रम व लगन की बूते पर मंयक इस मुकाम तक पहुंचा है। मयंक जोशी ने बताया कि बोर्डर पर हालात व सेना के क्रिया कलापों से वह हुत प्रभावित हुआ और देश सेवा का जज्बा जागा तो नौकरी छोड़ दी और सेना में जाने का मन बना लिया। मयंक ने 9 मई 2017 को भोपाल से शार्ट कमीशन सर्विस से टेक्निकल ऑफिसर तथा 31 जुलाई को बैंगलुरु से ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) में भी सफलता हासिल की। दो दो सफलताएं अर्जित कर मयंक अब 2 जनवरी 2018 से आईएमए देहरादून से प्रशिक्षण प्राप्त कर उसके बाद सैन्य अधिकारी बन जाएंगे।