कुंभ में फर्जी कोविड टेस्ट घोटाले की जांच अवधि एक सप्ताह बढ़ी

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कुंभ मेला फर्जी कोविड टेस्ट घोटाले में 50 हजार जांच रिपोर्ट का सत्यापन किया जा चुका है। इस दौरान अन्य अनियमिततायें सामने आने के बाद जांच अवधि एक सप्ताह बढ़ा दी गई है।
इस मामले में एसएसपी द्वारा गठित एसआईटी के अलावा स्वास्थ्य विभाग भी जांच कर रहा है। इसके अलावा शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने 12 जून को सीडीओ सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की। कमेटी को 15 दिन में जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपनी थी। जांच कमेटी कुम्भ मेला के सीएमओ स्वास्थ्य डॉ. अर्जुन सिंह सेंगर, सीएमओ हरिद्वार डॉ. एसके झा के साथ अन्य अधिकारियों और आरोपितों के बयान दर्ज कर चुकी है।
जिलाधिकारी सी रविशंकर के मुताबिक दोनों लैब की जांच रिपोर्ट का भौतिक सत्यापन  किया जा रहा है। 50 हजार जांच रिपोर्ट का सत्यापन हो चुका है। जांच में कई नए मामले सामने आ रहे हैं।   कुंभ अवधि में जो लोग हरिद्वार आए ही नहीं उनकी जांच दर्शायी गई है।  एक ही मोबाइल नम्बर और पते पर कई जांच दर्ज की गई हैं। गहन जांच के लिए अवधि हफ्ते भर बढ़ाई गई है।
उल्लेखनीय है कि कुंभ अवधि में मेला स्वास्थ्य विभाग ने श्रद्धालुओं की कोविड जांच कराए जाने के लिए 11 लैब से अनुबंध किया था। लैब ने बॉर्डर से लेकर मेला क्षेत्र में करीब छह लाख कोविड टेस्ट किए। आरोप है कि अकेले डॉ. लाल चंदानी और नलवा लैब ने एक लाख 23 हजार टेस्ट किए। दोनों लैब को मैक्स कॉरपोरेट सर्विस ने हायर किया था। फिलहाल तीनों प्रतिष्ठान संदेह के घेरे में हैं।