बाजपुर, उधमसिंह नगर के किसान बलविंदर ने पंजाब नेशनल बैंक की शाखा से ट्रैक्टर के लिए सात लाख रुपये का लोन ले रखा था, लोन पिछले साल ही जमा होना था, लेकिन वह जमा नहीं कर पाया। लोन जमा न होने से पीएनबी की बेरिया शाखा, ने 30 जून को नोटिस जारी किया। नोटिस में 7,49,846/- रुपये जमा न करने पर कुर्की, गिरफ्तारी और संपत्ति की नीलामी कर वसूली की चेतावनी दी थी। इसको लेकर वह परेशान था।
बताया गया कि यह ट्रैक्टर ऋण 21 मार्च 2016 को जमा होना था, लेकिन लगातार फसलों का भुगतान समय से नहीं मिलने से वह समय लेता रहा, लेकिन कर्ज नहीं चुका पाया। इसके चलते 30 जून को पेशी का अंतिम नोटिस दिया गया और मौखिक रूप से 14 जुलाई तक रुपये जमा करने की बात कही गई। इतना ही नहीं पैसा जमा नहीं होने पर नोटिस में लिखी कार्रवाई करने को कहा गया। बताया जा रहा है कि बलविंदर ने कर्जा चुकाने के लिए अनेक जगह से और कर्ज लेने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिलने पर मौत को गले लगा लिया।
मृतक बलविंदर सिंह के पिता मलूक सिंह पंजाब से 1960 के दशक में यहां आए और खेतीबाड़ी शुरू की। पत्नी विमला के सहयोग से खेती के साथ परिवार हंसी-खुशी जीवन व्यतीत कर रहा था। कुलदीप दो बेटों, एक बेटी, माता-पिता के साथ बेरिया दौलत में रहने लगा, जबकि बलविंदर ने बांसखेड़ी में परचून की दुकान खोल ली। देहात होने के कारण दुकान का काम भी इतना अच्छा नहीं था। हिस्से में आई लगभग साढ़े चार एकड़ भूमि पर खेतीबाड़ी शुरू की और कर्ज ले लिया। ऋण इतना हो गया कि खेतीबाड़ी से लोन का ब्याज भी देना भारी पड़ रहा था।
जहरीले पदार्थ का सेवन करने के बाद बलविंदर अपनी पत्नी नीलम रानी के गले मिला, उसने पत्नी को बताया कि अब कर्ज का बोझ सहन नहीं हो पाता। कर्ज के चलते काफी परेशानी झेलने पड़ रही है। उसने बच्चे के सिर पर हाथ रखा। उसके मुंह से बदबू आने पर नीलम ने तत्काल आसपास के लोगों और अपने जेठ का सूचना दी। उसे तत्काल बाजपुर लाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। घटनास्थल पर पहुंचे एसडीएम पीएस राणा घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि किसान पर कितना कर्ज था इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दी जाएगी।