भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोमवार को कहा कि देश का किसान लंबे संघर्ष के लिए तैयार है। तीन महीने से चल रहा किसान आंदोलन अब किसानों की लड़ाई नहीं बल्कि हर वर्ग की लड़ाई बन चुका है । महापंचायतों के माध्यम से मौजूदा सरकार की किसान विरोधी नीतियों की पोल खोली जाएगी। उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा की किसान महापंचायत में आक्रामक रुख अपनाते हुए यह बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुआ यह संघर्ष अब हर वर्ग के लोगों का संघर्ष बन चुका है। सरकार ऐसे ही 17 और कानून लाने वाली है। । भाकियू नेता टिकैत ने कहा कि यह लड़ाई लंबी चलेगी। किसानों को इस मोर्चे को मजबूत बनाए रखना होगा। देश के दूसरे इलाकों में भी मोर्चाबंदी करनी होगी । उन्होंने कहा कि जब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य की खरीद गारंटी का कानून सरकार नहीं बनाएगी तब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा। सरकार किसानों को मूर्ख समझने की गलती कर रही है। वह गलतफहमी में न रहे। किसान सरकार को बदलना भी जानते हैं।
टिकैत ने कहा कि किसान के भाग्य का फैसला दिल्ली की कोठियों में नहीं, खेतों में होगा। भाकियू नेता ने कहा कि कृषि कानूनों के साथ-साथ श्रम कानूनों में भी केंद्र सरकार ने बदलाव किया है। यह सब पूंजीपति मित्रो को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया है। महंगाई को लेकर भी किसान नेता ने केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि गैस सिलेंडर 350 रुपये से 800 रुपये तक पहुंच गया है। वह दिन दूर नहीं है जब महिलाएं सड़क पर होंगी। उन्होंने कहा कि डीजल के दाम बढ़ने से महंगाई बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में शहीद लोगों की शहादत को बेकार नहीं जाने दिया जाएगा। महापंचायत को टिकैत के अलावा किसान नेता गन गुरनाम सिंह कॉलोनी, डॉ दर्शन सिंह ,दर्शन पाल सिंह, पंजाबी सिंगर सोनिया मान, अभिनेत्री रुपिंदर हांडा, श्री भाई किसान संघ के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह विर्क, जगतार सिंह , विक्रम सिंह विर्क, जसविंदर सिंह आदि ने भी संबोधित किया।