गोपेश्वर, चमोली जिले में मौसम अचानक बदल गया और गरज के साथ औले गिरे। ओलावृष्टि से किसानों के चेहरे पर चिन्ता की लकीरें खींच गई हैं। पेड़ों पर लगे फल-फूल को ओलावृष्टि से नुकसान पहुंचा है।
जिले में सुबह से मौसम सुहावना बना हुआ था। धूप खिली थी लेकिन अचानक दोपहर बाद मौसम ने अपना मिजाज बदला और आसमान में काले घने बादल छा गये, जो तेज गरज के साथ ओलों की बारिश होने लगी। इससे काश्तकारों की नकदी फसल को काफी नुकसान हुआ है। किसान प्रकाश भंडारी, संजय कुंवर, रमेश सती, मोहन बजवाल आदि का कहना है कि बेमौसमी बरसात ने किसानों की उम्मीद पर पानी फेर दिया था। रही सही कसर ओलावृष्टि ने पूरी कर दी। पेड़ोें पर लगे फल इस ओलावृष्टि के कारण नष्ट हो गये हैं।
आजकल पहाड़ों में आडू, खुमानी, पोलम, सेब व नाशपाती आदि की पैदावार होती है। जो कि यहां के किसानों की आजीविका का एक साधन है लेकिन इस बार बेमौसमी वर्षा और अब ओलावृष्टि ने फलों और फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। इससे किसानों के चेहरे पर मायूसी छाई है।