आखिरकार संजीवनी बूटी के गांव द्रोणागिरी में पहुंची बिजली

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माहौल

गोपेश्वर। जिस गांव द्रोणागिरी से हनुमान जी ने संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण के प्राण बचाये थे, उस संजीवनी बूटी के गांव द्रोणागिरी में बिजली पहुंच गई है। ग्रामीणों ने गांव में बिजली आने पर प्रसन्नता जतायी है। हालांकि अभी 15-20 परिवारों को ही विद्युत कनेक्शन दिए गये है। जो बाद में बढाये जायेंगे।
द्रोणागिरी गांव समुद्र तल से लगभग साढे तेरह हजार फीट की उंचाई पर है। यहां पर ग्रीष्मकाल में भोटिया जनजाति के लोग प्रवास करते है। इस गांव में अभी तक बिजली नहीं पहुंची थी। यह गांव भारत चीन सीमा का गांव है। इस गांव में डेढ सो से अधिक परिवार रहते है। इस गांव को 2017 में ट्रेक आफ इयर गांव बनाया गया था, लेकिन अभी तक बिजली नहीं पहुंची थी। गांव में बिजली पहुंचने पर उदय सिंह रावत सहित अन्य युवाओं ने बिजली पहुंचने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विद्युत विभाग का आभार जताया है। विद्युत वितरण खंड चमोली के एसडीओ कैलाशकुमार ने बताया कि अभी कुछ परिवारों को अस्थायी बिजली दी गई है शीघ्र ही गांव को विद्युत आच्छादित किया जाएगा।