उत्तरकाशी जिलाधिकारी आशीष चौहान ने आग के चपेट में आये सौणी गांव का दौरा क्या किया दर्द की कई तस्वीरें सामने आ गई।डीएम के गांव पहुंचते ही गांव की महिलाऐं अपने पर काबू नहीं कर पाई और डीएम से लिपटकर फफक फफक कर रो पड़ी। आग से प्रभावितों की मदद के लिये डीएम ने तुरंत आदेश जारी किये। साथ ही उन्होंने प्रभावित ग्रामीणों को पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना एवं राज्य आपदा प्रबंधन के मानक के अनुसार आवास दिलाने का भरोसा दिया। आग से प्रभावितो को तत्तकाल प्रभाव से स्कूल और अन्य आवास में शिफ्ट करने के लिये भी पटवारी को कहा गया है।
गौरतलब है कि उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 200 किलोमीटर दूर सावणी गांव में भीषण आग लग गई थी जिसके चलते गांव के अधिक्कतर घर जल कर खाक हो गये। ये गांव हिमाचल की सीमा से लगा है और निकटतम सड़क स्टेशन जखोल गांव से सावणी पहुंचने के लिए सात किलोमीटर की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। आग लगना का कारण यहां एक घर में लगी आग रही। इस आग ने विकराल रूप लेना शुरू किया तो उसकी जद में एक-एक करते दूसरे मकान भी आने लगे।
देखते ही देखते पूरा गांव आग के शोले में बदल गया। ग्रामीण घरों से बाहर निकले और मवेशियों को भी बचाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक दो सौ से अधिक मवेशी जल कर मर गए। आग बुझाने के ग्रामीणों के प्रयास भी सफल नहीं हो सके। जैसे-जैसे आग बढ़ती गई तो ग्रामीण अपने बच्चों सहित खेतों की ओर भागे। पूरे गांव में चीख-पुकार मचने लगी। आग से 40 मकान पूरी तरह जल चुके हैं जबकि 6 मकानों को आंशिक क्षति हुई है । जिला प्रशासन ने चार छोटे वाहनों से खाद्यान्न ग्रामीणों को भेजा है।