केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना तकनीकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने सोमवार को आइटी पार्क में स्थापित किए गए राज्य के पहले इंटरनेट एक्सचेंज का उद्घाटन किया। राज्य के हर जिले में आने वाले दिनों में एक इंटरनेट एक्सचेंज स्थापित होगा।
केंद्रीय मंत्री चन्द्रशेखर राव ने कहा कि उनकी सरकार उत्तराखंड के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उत्तराखंड में इस इंटरनेट एक्सचेंज की स्थापना से कई सेक्टरों में काम करने वाले युवाओं को फायदा मिलेगा। साथ ही ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे बच्चों को भी हाई स्पीड नेट की सुविधा मिलेगी। उत्तराखंड में बीपीओ संस्थानों की संभावना भी बढ़ जाएगी। उन्होंने उत्तराखंड के लिए एक ओर इंटरनेट एक्सचेंज नैनीताल में स्थापित करने की भी बड़ी घोषणा की, जो शीघ्र ही स्थापित होगा।
इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में ऐसे ही सक्षम इंटरनेट एक्सचेंज की स्थापित हों, इसके लिए पूरी कोशिश की जाएगी। इससे पर्वतीय और दूरदराज के गांवों में भी इंटरनेट की सुविधा मिल सकेगी। इंटरनेट एक्सचेंज से कई लाभ होंगे। दुर्गम क्षेत्रों में भी सहज रूप से नेट की सुविधा प्राप्त होगी। ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों, वर्क फ्रॉम होम से जुड़े नौजवानों व सरकारी विभागों, गैर सरकारी संस्थानों को अपने ऑनलाइन कार्यों में सुविधा होगी। उत्तराखंड में कॉल सेंटर्स और बीपीओ संस्थानों की संभावना बढ़ जाएगी जो कि प्रत्यक्ष रूप से राज्य के नौजवानों के लिए रोजगार के नए द्वार खोलेगी।
अनिल बलूनी ने बीती चार अक्टूबर को राज्य में इंटरनेट सेवाओं की स्पीड का मसला केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना तकनीकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर के समक्ष रखते हुए आग्रह किया था कि इंटरनेट सेवाओं की हाईस्पीड के लिए इंटरनेट एक्सचेंज स्थापित किये जाएं। इस पर केंद्रीय मंत्री ने अपनी सहमति दे दी थी,उसी कार्य का नतीजा है कि आज उत्तराखंड के देहरादून में पहला इंटरनेट एक्सचेंज शुरू हुआ।
कार्यक्रम में मंत्री गणेश जोसी (वर्चुअल जुड़े) और रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ,राजपुर विधायक खजानदास,रामनगर विधायक दीवान बिष्ट, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ देवेंद्र भसीन,भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बिपिन कैंथोला,निक्सी के सीईओ अनिल जैन,जीएम निक्सी शान्तनु प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दलीप कण्डारी, सुभाष बड़थ्वाल, समेत कई कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि गण मौजूद रहे।