वन विभाग कालागढ़ ने नागरिकों से वनों में ना जाने की अपील की है। बीती शाम ढिकाला में बाघ के हमले से एक मजदूर की मौत के बाद कालागढ़ वन विभाग भी सतर्क हो गया है और कालागढ़ व उसके सीमावर्ती गांव के नागरिकों से जंगल में ना जाने का आग्रह किया है।
शनिवार देर शाम को रामनगर ढिकाला के निकटवर्ती ग्राम छजमलवाला निवासी पंकज कुमार लगभग 20 वर्ष शनिवार को ढिकाला रेंज के चूहापानी में अन्य मजदूरों के साथ सड़क पर काम कर रहा था। जब सांयकाल काम खत्म हो गया तो सभी अपने घरो को वापस जा रहे थे। पंकज समूह में पीछे चल रहा था। अचानक उस पर एक बाघ ने हमला कर दिया। किसी तरह चीखपुकार मचाने और साथ ही चल रहे गश्ती दल ने फायरिंग शुरू कर दी। जिस पर बाघ वहां से हट गया। इस दौरान पंकज को घायल अवस्था में पीएचसी रामनगर ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस घटना से आतंकित होकर कालागढ़ वन विभाग ने भी कालागढ़ क्षेत्र में सूचना जारी कर दी और क्षेत्रवासियों से जंगल में ना जाने का आग्रह किया। उप प्रभागीय वनाधिकारी आर के तिवारी ने लोगों को सचेत करते हुए बताया कि आस पास के लोग जलौनी लकड़ी के लिए वनों में घुस जाते है जहाँ मानव वन्यजीव संघर्ष होने का खतरा लगातार बना रहता है। साथ ही उन्होंने कहा कि व्यापारी और अन्य काम करने वाले लोग देर शाम से पहले ही अपने घरों को आ जाये ताकि किसी भी प्रकार की हानि ना हो।