आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भले ही सत्ताधारी दल किसी व्यक्ति को सीधे प्रस्तुत नहीं कर रहा है लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भाजपा का अघोषित चेहरा माने जा रहे हैं, ऐसे में उनका नाम सहज नहीं माना जाना अपेक्षित है। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी खुद सार्वजनिक तौर पर धामी की तारीफ कर उनकी पीठ थपथपा चुके हैं,लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा का बयान इसके ठीक विपरीत है।
कांग्रेस सरकार में साल 2012 से 2014 तक मुख्यमंत्री रहे और बाद में भाजपा में शामिल हुए वरिष्ठ नेता विजय बहुगुणा का मानना है कि भाजपा में कोई रिपिट नहीं होता। यहां परिवर्तन की परंपरा है। उन्होंने कहा कि वंस ए चीफ मिनिस्टर, ऑलवेज ए चीफ मिनिस्टर की नीति भाजपा में नहीं चलती। आज आप यदि मुख्यमंत्री, मंत्री हैं तो कल आपको पार्टी का काम भी सौंपा जा सकता है। अगला मुख्यमंत्री कौन होगा यह केन्द्रीय नेतृत्व तय करता है। विजय बहुगुणा के इस बयान से तो लगता है कि पुष्कर सिंह धामी आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होंगे।
इसके साथ ही विजय बहुगुणा ने कहा कि राजनीति अनिश्चितताओं का खेल है और भाजपा ने यह सिद्ध कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं कि मुख्यमंत्री को यहां पर रिपीट किया जाए। उन्होंने गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा में रिपीट नहीं किया जाता है, यह साबित हो चुका है। बहुगुणा ने अपने बयान में यह भी बताने की कोशिश की है कि अभी उत्तराखंड में शीर्ष नेतृतव बाकी है। ऐसे में मुख्यमंत्री का चेहरा धामी ही होंगे इस संदर्भ में कुछ कहा नहीं जा सकता।