जयपुर, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने मंगलवार को राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया। डॉ. सिंह ने विधानसभा में सचिव प्रमिल माथुर को नामांकन पत्रों के चार सेट प्रस्तुत किए। नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय मौजूद रहे। डॉ. सिंह ने पहला सेट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ, दूसरा सेट सचिन पायलट, तीसरा शांति धारीवाल तथा चौथा सेट महेश जोशी ने साथ निर्वाचन अधिकारी को सुपुर्द किया।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मदन लाल सैनी के निधन के बाद खाली हुई इस राज्य सभा सीट पर 26 अगस्त को उपचुनाव है। नामांकन की अंतिम तारीख 14 अगस्त है। विधानसभा में संख्या बल को लेकर कांग्रेस आश्वस्त है और मनमोहन सिंह का चुना जाना तय मान रही है। भाजपा की ओर से फिलहाल कोई नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया गया है।उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह पूर्व में असम से राज्यसभा सदस्य थे ।
विधानसभा में कांग्रेस के सौ विधायक हैं। इसके अलावा पार्टी को बहुजन समाज पार्टी के छह, भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो, राष्ट्रीय लोक दल का एक तथा 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। वही भाजपा के पास केवल 72 विधायक हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के दो विधायकों का समर्थन भाजपा को मिल सकता है। दो विधानसभा सीटें खाली चल रही हैं इन पर उपचुनाव होने हैं।
बसपा विधायकों की डॉ. मनमोहन सिंह से मुलाकातः विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी के विधायकों लाखन सिंह मीना, राजेन्द्र सिंह गुढ़ा, जोगेन्द्र सिंह अवाना तथा वाजिब अली ने डॉ. मनमोहन सिंह से मुलाकात की। डॉ. सिंह ने उन्हें समर्थन देने के लिए बसपा विधायकों का आभार जताया। इसके अलावा कांग्रेस को भारतीय ट्राइबल पार्टी ने भी साथ देने का वादा किया। बीटीपी के दो विधायकों से मनमोहन सिंह की टेलीफोन पर बात हुई। बीटीपी विधायकों ने डॉ. सिंह से जरुरत पड़ने पर उनके पक्ष में मतदान करने की बात कही।