देहरादून। जल्द ही राज्य के मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए नि:शुल्क कोचिंग प्रदान करने की योजना तैयार की जाएगी। योजना के पीछे सरकार का मकसद है कि राज्य के ऐसे छात्र जो तंग हालातों के चलते अपनी योग्यता को बेहतर पायदान पर साबित करने में असमर्थ हैं, उन्हें बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सकें। सेवायोजन विभाग योजना पर कार्य कर रहा है। जल्द ही योजना पटल पटल पर नजर आएगी।
10 लाख की राशि स्वीकृत:अब राज्य के मेधावी छात्र-छात्राओं को निजी संस्थानों की महंगी कोचिंग का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। इसके लिए सेवायोजन विभाग नई ‘प्रतिभाशाली छात्र निशुल्क कोचिंग योजना’ शुरू करने जा रहा है। योजना के लिए प्रथम चरण में 10 लाख की राशि भी स्वीकृत कर दी गई है।
दरअसल, प्रदेश सरकार की ओर से राज्य के निर्धन वर्ग के मेधावी छात्र-छात्राओं को सरकारी सेवाओं में प्रोत्साहित करने के लिए उत्तम श्रेणी की निशुल्क कोचिंग योजना बनाई गई है। इस योजना का सारा बजट राज्य सरकार देगी। योजना का नाम प्रतिभाशाली छात्र निशुल्क कोचिंग योजना रखा गया है। योजना के संबंध में सेवायोजन कार्यालय को जानकारी भी दी जा चुकी है। अब विभागीय अधिकारियों ने नई योजना को मूर्त रूप देने के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
सरकारी सेवाओं के लिए मिलेगी उत्तम श्रेणी की कोचिंग: सेवायोजन उप निदेशक चंद्रकांता ने बताया कि इस नई योजना के तहत गरीब वर्ग के बच्चों को बैंक और एसएससी जैसी सरकारी सेवाओं की उत्तम श्रेणी की निशुल्क कोचिंग दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश में राज्य सरकार की इस तरह की पहली योजना है। इसमें प्रतिभाशाली बच्चों का चयन कर उन्हें सरकारी सेवाओं के लिए तैयार किया जाएगा।
योजना का लाभ तो लेते हैं, भुनाते नहीं :वर्तमान में भी सेवायोजन कार्यालय देहरादून में केंद्र सरकार की ओर से एससी-एसटी वर्ग के लिए निशुल्क कोचिंग योजना चलाई जा रही है। इस योजना में पिछले पांच वर्षो में करीब 400 से अधिक युवा कोचिंग ले चुके हैं। लेकिन सरकारी सेवाओं में निकलने वाले की संख्या 10 भी नहीं पहुंची है।