गांधी परिवार को मिली एसपीजी सुरक्षा विदेशी दौरों पर भी होगी साथ  

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नई दिल्ली,  सरकार ने विशेष सुरक्षा बल (एसपीजी) से जुड़े नए दिशा-निर्देश तैयार किए हैं, जिसके तहत सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की विशेष विदेश यात्रा के समय भी जवान उनके साथ रहेंगे। इसे एक तरफ सुरक्षा को अधिक सशक्त बनाने के तौर पर देखा जा रहा, वहीं दूसरी ओर यह भी माना जा रहा है कि इसके जरिए सरकार गांधी परिवार के विदेशी दौरों पर नजर रखना चाहती है।

एसपीजी सुरक्षा पूर्व प्रधानमंत्री व उनके परिजनों को दी जाती है। वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा गांधी परिवार, जिसमें सोनिया गांधी व उनके बेटे-बेटी राहुल और प्रियंका गांधी शामिल हैं एसपीजी के दायरे में आते हैं।

इस संबंध में गांधी परिवार को सूचित कर दिया गया है। उनसे कहा गया है कि आवश्यक सुरक्षा के तहत हमेशा एसपीजी के जवान विदेशी दौरों के दौरान भी उनके साथ रहेंगे। अगर इस प्रावधान को स्वीकार नहीं किया जाता तो सुरक्षा कारणों के चलते उनके विदेशी दौरों को कम किया जा सकता है।

वर्तमान में गांधी परिवार विदेशी यात्राओं के दौरान अपने प्रथम गंतव्य स्थल तक एसपीजी के साथ रहते हैं। इसके बाद एसपीजी को वापस भेज दिया जाता है। सरकार का कहना है कि इससे उनकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है। हालांकि इस दौरान भारतीय मिशन स्थानीय पुलिस की सहायता से उनको सुरक्षा मुहैया कराता है।

एसपीजी की सुरक्षा का प्रावधान 1985 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद तैयार किया गया था। 1989 में में वीपी सिंह सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद किसी सरकार ने गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस नहीं ली है। नए दिशा-निर्देशों के अनुसार गांधी परिवार को अपनी विदेश यात्रा का संपूर्ण विवरण देना होगा। इसके अलावा उनसे पहले की गई यात्राओं का जानकारी भी मांगी गई है।

विदेशी दौरों के दौरान सुरक्षा का प्रावधान पहले भी रहा है लेकिन इसके वित्तीय प्रभावों को देखते हुए सरकार ने इसका दोबारा अवलोकन किया था।