जहां एक तरफ उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भाजपा में मुख्यमंत्री परिवर्तन को लेकर सरगर्मियां तेज हैं वहीं, राज्य कांग्रेस में भी अटकलों और कयासों का बाजार गर्म है। दरअसल नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश के निधन के बाद से राज्य कांग्रेस में समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। विधानसभा में नये नेता प्रतिपक्ष के चयन से लेकर नये प्रदेश अध्यक्ष को लेकर तरह-तरह की खबरें आ रही हैं। खबरों का यह बाजार कितना गर्म है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सोमवार रात उत्तराखंड कांग्रेस ने खुद सोशल मीडिया पर ऐलान किया अभी नेता प्रतिपक्ष या किसी और पद को लेकर पार्टी ने कोई फैसला नही किया है।
वहीं, पूर्व विधायक गणेश गोदियाल नए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हो सकते हैं। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश के निधन के बाद से ही दिल्ली में बैठकों के दौर जारी हैं। बताया गया है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा पूर्व विधायक गणेश गोदियाल को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर सहमति बनी है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव ने सभी विधायकों से इस बारे में चर्चा की। गौरतलब है कि गोदियाल को कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का करीबी माना जाता है।
राज्य में विधानसभा चुनावों को लेकर कम समय रह गया है। ऐसे में दोनों ही प्रमुख पार्टियां अपनी अंद्रूनी राजनीतियों से संघर्श करती नजर आ रही है। जहां भाजपा के लिये एक साल में तीन मुख्यमंत्री बदलने का तर्क लोगों को समझाना चुनौती भरा रहेगा वहीं, कांग्रेस के लिये राजनैतिक समर में अपने को दोबारा खड़ा करने के लिये पार्टी के अलग अलग गुटों को एक साथ लाना सबसे टेड़ी खीर साबित हो रहा है।