जेल में दोनों चोरों की बनी प्लानिंग और जेल से छुटने के बाद करते रहे चोरी की वारदाते पुलिस की आंखों में लम्बे समय से धूल झोंकते रहे मगर प्रापर्टी डीलर के घर चोरी की घटना में पिस्टल चोरी करना इन छुटभइ्या चोरों को भारी पड गया और पिस्टल बेचने के चक्कर में दोनों पकड में आ गया। जी हां मधुबन नगर स्थित प्रॉपर्टी डीलर के घर का ताला तोड़कर लाइसेंसी रिवाल्वर, नकदी सहित लाखों के जेवरात चोरी करने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से चोरी की लाइसेंस सहित रिवाल्वर, सोने-चांदी के आभूषण व दो घड़ी बरामद हुई हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया। हालांकि चोरों से चोरी की रकम बरामद नहीं हो सकी है।
मंगलवार को एएसपी डा. जगदीश चंद्र ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 28 मई की रात को मोहल्ला लक्ष्मीपुरपट्टी, मधुबन नगर निवासी संजीव शर्मा पुत्र हरिओम शर्मा के घर के ताले तोड़कर लाइसेंसी रिवाल्वर, कारतूस, 90 हजार नकदी व सोने-चांदी के जेवरात चोरी कर लिए। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने चोरों को पकड़ने के लिए तीन टीमें गठित की। मंगलवार सुबह करीब आठ बजे मुखबिर से सूचना मिली कि चोर दंपति चोरी का सामान बेचने के लिए ढेला पुल पर जा रहे हैं। पुलिस ने तसलीम व उसकी पत्नी अनवरी और नन्हें व उसकी पत्नी संजीदा को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से चोरी के 10-10 चांदी के सिक्के, 315 बोर का तमंचा व कारतूस बरामद हुआ। पूछताछ में दोनों चोर दंपतियों ने चोरी किए गए लाइसेंसी रिवाल्वर, जेवरात व चांदी के कुछ सिक्के ढेला नदी में दबाकर छिपाया जाना कुबूल किया। उनकी निशानदेही पर ढेला नदी से लाइसेंसी सहित रिवाल्वर, 30 चांदी के सिक्के व सोने चांदी के जेवरात बरामद किए।
नन्हे और तसलीम की 2014 में जेल में मुलाकात हुई थी। वहीं से दोनों ने चोरी की घटनाओं को अंजाम देने की योजना बनाई। साथ ही यह भी योजना थी कि वह काशीपुर क्षेत्र में अब चोरी की घटनाओं को अंजाम नहीं देंगे।
मधुबन नगर में प्रॉपर्टी डीलर संजीव शर्मा के मुख्य दरवाजे का ताला तोड़ने के बाद तसलीम रसोई में लगे जंगले से घर के अंदर घुसा था। उसके बाद उसने अंदर से लॉक तोड़ दिया। फिर नन्हे भी अंदर घुस गया। इसके बाद दोनों ने नीचे के कमरे खंगालने के बाद घर के प्रथम तल पर चले गए। वहां दोनों ने तिजोरी में रखे लाइसेंसी रिवाल्वर, कारतूस, 90 हजार नकदी व सोने-चांदी के जेवरात गायब कर दिए।चोरी व डकैती की घटनाओं को अंजाम देने में नन्हे और तसलीम की पत्नियां पूरी मदद करती थीं। जेल में जाने के बाद दोनों जमानत का इंतजाम करती थीं। लेकिन इस बार पुलिस ने दोनों दंपतियों को एक साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वह चोरी का सामान बेचने में भी सहयोग करती थीं।