राज्य की युवा एथलीट गरिमा जोशी इलाज के लिये दिल्ली पहुंची। दरअसल गरिमा बैंगलुरू में एक सड़क दुर्घटना में बुरी तरह से घायल हो गई थी और वहीं के निजि अस्पताल में भर्ती थी। गरिमा की हालत और परिवार की मुशकिलों के बारे में खबर देखकर राज्य सरकार आगे आई और गरिमा के इलाज का सारा खर्च उठाने का वादा किया।
इसके चलते गरिमा दिल्ली के वसंत कुंज स्थित स्पाइनल इंजरी अस्पताल पहुंच गई है। राज्य सरकार ने इस खिलाड़ी को मदद देने का वादा किया था जो अब पूरा होता दिख रहा है। गरिमा के पिता पूरन जोशी ने बताया कि, “पिछले हफ्ते गरिमा से मिलने खुद सीएम बैंगलोर पहुंचे और उसे मदद का यकीन दिलाया।” पूरन जोशी ने जब सीएम से देहरादून में मुलाकात की तब सीएम ने कहा कि गरिमा के इलाज का पूरा खर्चा उत्तराखंड सरकार औऱ स्पोर्टस कोटे से करवाया जाएगा। बीते सोमवार सुबह लगभग 10 बजे गरिमा को हवाई रास्ते से दिल्ली पहुंचाया गया।
टीम न्यूजपोस्ट से हुई बातचीत में गरिमा के पिता पूरन जोशी ने बताया कि, ”गरिमा को अब स्पाइनल कॉलर इंस्टीट्यूट वसंत कुंज में भर्ती किया गया है जहां गरिमा का इलाज ठीक से होगा। दिल्ली के अस्पताल में लगभग 13 लाख का खर्चा गरिमा के ईलाज में आएगा जिसका एडवांस चेक उत्तराखंड सरकार आने वाले एक-दो दिन में सीधे अस्पताल में भेज देगी। पूरन ने कहा कि, “सकार कि इस मदद का मैं किस तरह से शुक्रिया अदा करुं मुझे नहीं पता, बस अब मेरा सपना है कि मेरी बेटी गरिमा एक बार फिर अपने कदमों पर चलने लगे और जल्दी ही फिल्ड पर वापस आ जाए। उत्तराखंड सरकार का पूरा स्टाफ,खासकर ओएसडी हेम भट्ट,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट,केंद्रीय कपड़ा मंत्री अजय टम्टा,द्वाराहाट विधायक महेश नेगी और दिल्ली में विजय उप्रेती जी ने मेरी बहुत मदद की है।”
वहीं टीम न्यूजपोस्ट से हुई गरिमा की बातचीत में ”उन्होंने कहा कि मैं उत्तराखंड सरकार के साथ उन सभी की शुक्रगुजार हूं जिन्होंने डोनेशन दिया जिससे मेरा इलाज ठीक से हो रहा है।इसके अलावा मैं सीएम सर का तहे दिल से शुक्रिया अदा करती हूं कि वह मुझसे मिलने बैंगलोर आए और साथ ही मेरे ईलाज में मेरे परिवार की मदद कर रहे हैं।”
गौरतलब है कि बीते 31 मई को बैंगलोर में हुए एक सड़क हादसे में गरिमा को पूरी तरह से तोड़ दिया है। उत्तराखंड से बैंगलोर पहुंची इस युवा खिलाड़ी ने 27 मई को इंटरनेशनल गोल्ड लेवल की रेस में भाग लिया था और राज्य के लिए गोल्ड भी लेकर आई थी। इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटीक फेडरेशन द्वारा आयोजित इस रेस में गरिमा ने छठवी रैंक हासिल की थी। गरिमा पिछले 2 महीने से बैंगलोर के अस्पताल में एडमिट हैं, और चोटे इतनी गहरी है उनकी हालत में खास सुधार नहीं है। पिता बेटी गरिमा के साथ इस वक्त बैंगलोर में हैं और बीते दिनों गरिमा के पैरों की रीढ़ की हड्डी का आपरेशन भी हो चुका है।