चमोली जनपद के भारत-तिब्बत सीमा के अग्रिम चौकी सुमना के पास ग्लेशियर टूटा है। जोशीमठ सेक्टर के सुमना क्षेत्र में हिमखंड टूटने के बाद इसकी जद में आए बीआरओ कैंप से 291 जवानों को रेस्क्यू किया गया है। यह जानकारी भारतीय सेना की मध्य कमान ने दी है। वहीं, सुमना टू में हिमखंड टूटने की घटना में नुकसान को लेकर अभी भी प्रशासन के पास कोई सूचना नहीं हैं। हालांकि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ को भी मौके पर रवाना किया गया है। बताया गया कि मलारी हाईवे भी भाबकुंड के पास से बर्फ से बंद है। बीआरओ की टीम भी सड़क मार्ग बंद होने से मौके पर नहीं पहुंच पाई है। सड़क से बर्फ हटाने का काम चल रहा है। दो दिन बाद मौसम साफ होने से राहत मिली है।
बताया जा रहा है कि सीमा क्षेत्र सुमना में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कैंप के समीप ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया है। यहां बीआरओ के मजदूर रोड निर्माण के कार्य के लिये मौजूद थे। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने ट्वीट कर कहा कि ग्लेशियर टूटने को लेकर सरकार अलर्ट कर दिया है।
बीआरओ के 21 टास्क फोर्स के कमांडर कर्नल मनीष कपिल के अनुसार सुमना एरिया मे ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली है। वे स्वयं मौके के लिए प्रस्थान कर चुके हैं।कोई नुकसान हुआ है या नही इसकी जानकारी मौके पर पहुंचने के बाद ही दी जा सकेगी। बहरहाल नीति घाटी इस वक्त बर्फबारी की चपेट में है। भापकुंड से आगे मलारी व सुमना तक पहुंचने के लिए भी भारी मसशक्कत करनी होगी।
कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने कहा कि यह ग्लेशियर कहां पर टूटा है इसकी एग्जैक्ट लोकेशन नहीं चल पाई है। शरहद में तैनात आईटीबीपी और आर्मी की अग्रिम चौकियों में दूरसंचार के माध्यम से इस बात का पता लगाया जा रहा है। लेकिन खराब मौसम के चलते अग्रिम चौकियों में फिलहाल दूर संचार के माध्यम से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने ट्वीट कर बताया कि नीति घाटी के सुमना में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली है। इस संबंध में एलर्ट जारी किया है। लगातार जिला प्रशासन और बीआरओ के संपर्क में हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एनटीपीसी और अन्य परियोजना में रात में काम रोकने के निर्देश दे दिये गए हैं।ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।