गोपेश्वर, स्वच्छता के लिए पुरस्कार प्राप्त नगर पालिका परिषद गोपेश्वर का ये हाल है कि दिखाने के लिए नगर क्षेत्र की सड़कों पर तो दिन में दो बार सफाई हो रही है लेकिन मोहल्लों की स्थिति दयनीय बनी हुई है। यहां मोहल्लों में नियमित सफाई व्यवस्था न होने से लोग खुले में कूड़ा निस्तारण कर रहे हैं। ऐसे में स्वच्छता सर्वेक्षण में पुरस्कार प्राप्त कर चुके पालिका प्रशासन के सफाई व्यवस्था के दावों की पोल खुल रही है।
गोपेश्वर नगर का पालिका कार्यों की और जनसंख्या की दृष्टि से 11 वार्डों में बांटा गया है। सभी वार्डों में सफाई व्यवस्था का जिम्मा नगर पालिका प्रशासन का है। लेकिन यहां पालिका प्रशासन की ओर से नगर में सफाई व्यवस्था को लेकर की जा रही कवायद सड़कों के आसपास तक सीमित है। यहां मोहल्लों में नियमित सफाई न होने से मोहल्लों में कई स्थानों पर कूड़ा बिखरा पड़ा है।
नगर के जल निगम कॉलोनी, खंसर कॉलोनी और मुर्गी फार्म मोहल्ले में पालिका की सुस्त कार्य प्रणाली परेशानी का सबब बनी है। स्थानीय निवासी तेजपाल सिंह और राजेंद्र कुमार का कहना है कि पालिका की ओर से सड़क मार्गों के आसपास के मोहल्लों में सफाई की व्यवस्था करवाई गई है। जबकि पैदल मार्गों पर नियमित सफाई व्यवस्था न होने से कूड़ा निस्तारण की समस्या बनी हुई है।
क्या कहते हैं अधिकारी
अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद अनिल पंत का कहना है कि नगर के मोहल्लों में नियमित डो-टू-डो कलेक्शन की व्यवस्था की गई है। साथ ही बाजारों से वाहन से कूड़ा एकत्रित किया जा रहा है। कुछ स्थानों पर सफाई कर्मचारियों की शिकायत मिली है जिसको दुरुस्त किया जा रहा है। जल्द ही मोहल्लों में सफाई व्यवस्था को चाक-चौबंद करवा लिया जाएगा।