लगातार आ रही शिकायतों के बाद आखिरकार सरकार की नींद टूटी और राज्य में 108 (आपातकालीन सेवा) के संचालन को सुदृढ़ करने के लिए शासन ने छह करोड़ रुपये की राशि अवमुक्त कर दी। इसका शासनादेश अपर सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय ने महानिदेशक स्वास्थ्य के लिए जारी कर दिया है।
राज्य में आपातकालीन सेवा 108 के तहत 138 एंबुलेंस वाहन और एक एंबुलेंस बोट संचालित है। बीते कुछ दिनों में लगातार एंबुलेंस खराब होने और समय पर नहीं पहुंच पाने के मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में एंबुलेंस समय से नहीं आने पर दो बच्चों का जन्म दूध और कूड़े की गाड़ी में हुआ। इसको लेकर सरकार की लगातार किरकिरी हो रही थी।
मंगलवार को सरकार ने इस मामले में कदम उठाते हुए छह करोड़ की धनराशि जारी की।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस मौके पर कहा कि राज्य के दुर्गम व दूरस्थ क्षेत्रों में सुचारु रूप से स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। आपातकालीन सेवा 108 राज्य के सभी क्षेत्रों में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। विशेषकर दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं के प्रसव काल के दौरान उन्हें स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाने की दिशा में यह सेवा महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर समस्याएं आईं, उन्हें तत्काल दूर किया जा रहा है।