उत्तराखंड सरकार आंगनबाड़ी कार्मिकों को दो लाख का दुर्घटना बीमा उपलब्ध कराएगी

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    उत्तराखंड सरकार आंगनबाड़ी कार्मिकों को दो लाख रुपये का मुफ्त दुर्घटना बीमा पॉलिसी उपलब्ध कराएगी। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से सेनेटरी नैपकिन अब निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा।

    सोमवार को सनातन धर्म इंटर कॉलेज रेस कोर्स में महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के गढ़वाल मंडल की कार्यकत्रियों ओर से मानदेय बढ़ाने संबंधी मांग को पूरा और आभार अभिव्यक्ति के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह घोषणाएं की।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के निर्माण में मातृशक्ति की बड़ी भूमिका है। महिला सशक्तीकरण की दिशा में राज्य सरकार अनेक कार्य कर रही है। इस दौरान आंगनबाड़ी वर्कर्स ने मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री रेखा आर्य को चांदी का मुकुट पहना कर उनका आभार जताया।

    मुख्यमंत्री ने सभी आंगनबाड़ी कर्मियों को 2 लाख का वार्षिक दुर्घटना बीमा पॉलिसी उपलब्ध कराने की घोषणा की। इसके साथ ही कहा कि आंगनबाड़ी कर्मियों का मासिक मानदेय डिजिटल तरीक़े से सीधे उनके खाते में दिया जाएगा। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के 25 प्रतिशत पद आंगनबाड़ी सहायिकाओं, जिन्होंने 10 वर्ष की संतोषजनक सेवा पूर्ण की हो और आवश्यक शैक्षिक योग्यता पूरी करती हो, के की ओर से भरे जाएंगे।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जिन लोगों पर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम लागू नहीं होता है, उन्हें दिसंबर 2021 से मार्च 2022 तक प्रत्येक माह कुल 20 किलोग्राम खाद्यान्न,प्रति कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से सेनेटरी नैपकिन के लिए जो एक रुपये का भुगतान करना पड़ता था वो अब निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी वर्कर का मानदेय बढ़ाकर उनके ऋण को चुकाने का प्रयास किया है। विपरीत परिस्थितियों में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां किस प्रकार कार्य करती हैं, यह सब बखूबी जानती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके दोनों बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा भी आंगनबाड़ी केंद्र में ही हुई है, इसलिए हुए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के मेहनत से भलीभांति अवगत हैं। राज्य के विकास के लिए नारी का सशक्त होना जरूरी है। राज्य में महिला स्वयं सहायता समूहों की ओर से सराहनीय कार्य किया जा रहा है।

    कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि प्रदेश में होने वाली विभिन्न गतिविधियों में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का अहम योगदान होता है। हर क्षेत्र में आंगनबाड़ी बहनों की सहयोग दिया जाता है। बहनों के हित में राज्य सरकार की ओर से हर संभव कार्य किये जा रहे हैं। महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं।

    नौ लाख लाभार्थियों को पोषाहार-

    विभागीय मंत्री ने बताया कि ग्राम स्तर पर आंगनबाड़ी कार्मिकों की सशक्त एवं सक्रिय उपस्थिति का परिणाम है कि केंद्रों के माध्यम से प्रतिमाह लगभग 9 लाख लाभार्थियों को पोषाहार उपलब्ध कराया जाता है। बीते पांच वर्षों में आंगनवाड़ी केंद्रों को ग्राम स्तर पर स्वास्थ्य एवं पोषण की धुरी मानते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों में गैस सिलिंडर, पेयजल, शौचालय, स्वच्छता किट, प्री स्कूल किट, मेडिसिन किट और किचन गार्डन आदि अनेक सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं हैं।