प्रदेश के उच्च शिक्षा, सहकारिता एवं दुग्ध विकास मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा सोमवार सरदार भगत सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शौर्य दीवार का अनावरण किया। इस दौरान 51.58 लाख से निर्मित 50 केवी सौर उर्जा संयत्र का लोकार्पण व महाविद्यालय मे 53 लाख से बनने वाले वाचनालय भवन का शिलान्यास किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत द्वारा दीप प्रज्जवन कर किया गया। रावत ने कहा कि सरकार पहली बार छात्र हितों के लिए कार्य कर रही है। प्रदेश में वर्तमान में 02 लाख 76 हजार छात्र उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, उनके लिए सरकार द्वारा 02-02 लाख का निःशुल्क बीमा कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में कार्यरत प्राचार्यों, उपनल कार्मिकों, चतुर्थ श्रेणी कार्मिकों का भी बीमा किया जायेगा। उन्होंनेे कहा कि जो छात्र विदेशों में अध्ययन कर रहे हैं, उन्हे 50 लाख का ऋण 08 प्रतिशत ब्याज की दर से उपलब्ध कराया जायेगा। प्रदेश में तकनीकी शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं को 20 लाख का एजूकेशन लोन दिया जा रहा है।
मंत्री ने कहा कि बच्चों को पीसीएस, आईआईटी कराने हेतु भी प्रशिक्षित किया जाएगा। उत्तराखण्ड में आईएएस व पीसीएस अधिक से अधिक लोग निकाले इसके लिए सभी महाविद्यालय मे कोचिंग क्लास प्रारम्भ की जाएगी, जिसमे जनपद मे कार्यरत आईएएस अधिकारी भी उनका मार्गदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि जिन अभिभावकों की आय एक लाख से कम हैं, ऐसे 100 बच्चों को निःशुल्क पीएचडी कराई जायेगी।
उन्होंने कहा कि सभी कॉलेजों में 180 दिन की पढाई करनी अवश्य होगी और ऐसी व्यवस्थाओं को 06 माह के अन्दर सभी महाविद्यालयों की आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जाएंगी। 04 माह के अन्दर सभी कॉलेजों में प्रोफेसरो की नियुक्ति कर दी जाएगी। उन्होंने कहा सभी डिग्री कॉलेजो में स्वैच्छिक रक्तदान किया जाएगा जो सेना के काम आएगा।
उन्होंने कहा कि इस सत्र से डिग्री को आधार कार्ड से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा सभी महाविद्यालयों में अगले सत्र से योग, वेद व संस्कृत की कक्षाए भी कराई जाएंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजकुमार ठुकराल ने कहा विज्ञान संकाय मे भवन निर्माण हेतु 03 करोड़ रुपये आवंटन करने, विज्ञान संकाय में एमएससी मे जीव विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, गणित व सांख्यिकी मे इसी सत्र से प्रत्येक विभाग मे 02-02 पदो की सृजित कर कक्षाएं प्रारम्भ करने की मांग की गई। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य जीएस विष्ट द्वारा महाविद्यालय की आख्या प्रस्तुत की।