तीर्थनगरी ऋषिकेश में गुरु पूर्णिमा की धूम

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ऋषिकेश, आज गुरु पूर्णिमा का दिन है जिस दिन गुरु की पूजा का विशेष महत्व होता है, ऋषिकेश के सभी आश्रम और मठ गुरु पूर्णिमा के रंग में रंगे  हुए है। इस दिन बड़ी संख्या में शिष्य देश के विभन्न भागो से अपने गुरु के आश्रम में पहुच कर गुरुपूजन करते है और अपनी श्रधा सुमन गुरु को अर्पित करते है।

इस अवसर पर ऋषिकेश के ब्रह्मलीन शंकराचार्य श्री माधवानंद आश्रम महाराज के दंडी बड़ा स्थित आश्रम में दूर-दूर से पहुंचे भक्तों ने शंकराचार्य की समाधि स्थल पर पूजा अर्चना की और आचार्य संदीप और वशिष्ठ जी के सानिध्य में गुरु महिमा का पाठ किया। ब्रह्मलीन महान संत गोदावरी महाराज के आश्रम तारा माता मंदिर में भी बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ रही और भंडारे चलते रहे।

जयराम आश्रम में भी भारी भीड़ जुटी है, इस पर्व की महिमा पर बोलते हुए जयराम आश्रम के परम अध्यक्ष ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि, “बिना गुरु के सदगति का मार्ग नहीं मिलता, किसी भी इंसान को जीवन के राह पर चलने के लिए गुरु की आवस्यकता होती है। पहला गुरु घर में मां होती है, उसके बाद शिक्षा देने वाले अन्य गुरुओं का नंबर आता है, वर्तमान में व्यक्ति सांसारिक गतिविधियों में लगकर अपने मूल संस्कार को भूलता जा रहा है। इसका असर आने वाली पीढ़ी पर भी पड़ रहा है अगर अपने माता पिता और गुरुजनों का आशीर्वाद और उनके बताए हुए सद्मार्ग पर नहीं चलेंगे तो आने वाले समय में संस्कार और परिवार सिमटते चले जाएंगे।”

गौरतलब है कि ऋषिकेश मठ मंदिरों और आश्रम का शहर है, जहां विभिन्न संस्कृति के लोग रहते हैं और इन आश्रमों मैं बड़े बड़े संत और गुरु हो गए हैं, जिनके दर्शन करने के लिए देश-विदेश से लगातार श्रद्धालु आते रहते हैं। गुरु पूर्णिमा में विशेष पूजा अर्चना के साथ साथ भंडारों का आयोजन भी किया जाता है।