देहरादून। उत्तराखंड में पहले नोटबंदी और फिर जीएसटी की वजह से जनता किस कदर परेशान है यह हम आपको इस वाक्ये के जरिए बताऐंगे जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगा। बीते महीनों में लगातार किसानों की आत्महत्या के कई मामले सामने आए और शनिवार को हल्द्वानी के स्थानीय निवासी प्रकाश पांडे ने जनता दर्शन कार्यक्रम में जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की।लेकिन जहर खाने से पहले वह रो-रोकर अपनी शिकायत दर्ज कराता रहा।
आखिर क्या वजह थी जो प्रकाश को यह कदम उठाना पड़ा आइए आपको बताते हैं।दरअसल ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे बैंक के कर्ज से परेशान है। उसका कहना था कि जीएसटी और नोटबंदी ने उसका कारोबार ठप कर दिया है। वह कर्ज तले डूब गया है और अब उसके पास और कोई रास्ता नहीं बचा इसलिए वह यह कदम उठा रहा है।
आपको बतादें कि शनिवार को देहरादून के बलवीर रोड स्थित बीजेपी कार्यालय में सुबोध उनियाल जनता दर्शन कार्यक्रम में लोगों की समस्या सुन रहे थे और ऐसे ही प्रकाश भी वहां अपनी शिकायत लेकर पहुंचा था। जहर खाने के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रकाश पांडे को दून अस्पताल पहुंचाया,जहां उसका इलाज किया जा रहा है। जाते-जाते भी कारोबारी सरकार के खिलाफ बोलता रहा। उन्हें गम्भीर हालत में दून हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने बताया कि उनके पेट से जहरीला पदार्थ निकाल दिया गया है और अब उनकी हालत स्थिर है।भाजपा दफ्तर में जिस समय यह वाक्या हुआ कृषि मंत्री सुबोध उनियाल समस्या सुन रहे थे।