कोटद्वार आपदा पीड़ित की मदद के लिए आगे आया हंस कल्चर सेंटर

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उत्तराखंड में पिछले दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते शुक्रवार को कोटद्वार और आसपास के क्षेत्रों देर रात बादल फटने से भारी तबाही हुई हैं। आधी रात को अचानक आई इस आफत के बाद क्षेत्र में भगदड़ मच गई। बादल फटने से अलग-अलग परिवार के छै लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों घरों में मलबा जमा हो गया है।

इस आपदा पर सरकार और तमाम समाजिक संगठनों ने अपनी संवेदना प्रकट की है। समाज सेवी माता मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज ने कोटद्वार आपदा पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए उन्हें हर संभव मदद देने की घोषणा की है। हंस कल्चर सेंटर दिल्ली के सचिव चंदन सिंह भंडारी ने बताया हैं कि, ‘लगातार मूसलाधार बारिश के बाद कोटद्वार में जो तबाही हुई है। उसके प्रति माता मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज ने अपनी संवेदना प्रकट की है और जरूरतमंद लोगों तक तत्काल जरूरी सामान पहुंचाने के निर्देश दिए। बादल फटने से जिन लोगो को और घरों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है उन लोगों और घरों को जल्द से जल्द मदद पहुंचे, इसके लिए माताजी-महाराज जी निरंतर नजर रखे हुए हैं और कोटद्वार में सभी प्रशासनिक अधिकारियों के संपर्क में हैं।’

आपको बात दें कि माता मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज ने कोटद्वार में बादल फटने से अपना सब कुछ खो चुके परिवारों के लिए हर संभव मदद पहुंचाने के लिए तत्काल प्रभाव से पीड़ितों के लिए राहत सामग्री पहुंचा दी हैं। जिसके लिए सरकार और पीड़ित परिवारों ने माता मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज का आभार प्रकट किया है।

देर रात कोटद्वार में पनियाली गधेरे बादल फटने से ग्राम सभा मानपुर से सटी आर्मी की कैंटीन की दीवार टूट गई और उसमें मलबा घुस गया। इसके बाद रिफ्यूजी कॉलोनी में मलबा घुसा और चारों तरफ़ अफरा-तफरी मच गई। जिसके चलते कई लोग इसकी चपेट में आ गए और मलबे में दबने से छ लोगों की मौत हो गई। प्रशासन अभी भी कोटद्वार में रेस्क्यू आपरेशन चला रहा है जबकि लोगों का कहना है कि मलबे में अभी भी कई लोग दबे हैं।