भाजपा से निष्कासित और मंत्रिमंडल से भी बर्खास्तगी के बाद कोटद्वार से विधायक हरक सिंह रावत के लिए अब राजनीतिक सौदेबाजी की राह आसान नहीं है। एक तरफ हरक कांग्रेस की सरकार बनाने की बात कहकर आसान राह के सियासी दांव पेंच लगाकर आगे बढ़ना चाह रहे हैं वहीं हरीश रावत के बयान उनकी राह को और मुश्किल में डाल सकते हैं। वैसे तो सोशल मीडिया में हरक सिंह की कई विधायकों के साथ कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा है।
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत की हरक सिंह रावत के कांग्रेस में आने का बयान के बार हरक के लिए कांग्रेस में इंट्री और सौदे की राजनीति अब आसान नहीं रहेगी। हालांकि हरक भी राज्य के कद्दावर नेताओं में सुमार हैं। वे जहां से भी चुनाव लड़ते हैं वहां जीत दर्ज करते हैं, लेकिन हालात और समय अब बदला-बदला सा है। हरक सिंह को कांग्रेस में आने की एक लॉबी दबी जुबान से वकालत कर रही है। माना जा रहा है हरक के कांग्रेस में आने से भाजपा कांग्रेस की लड़ाई और दमदार होगी।
हरक सिंह रावत की पिछले माह मंत्रिमंडल से इस्तीफे चर्चा और मुख्यमंत्री के मान-मनौवल को हरक की मजबूती के तौर देखा जा रहा था। भाजपा ने भी इसे विकास की नाराजगी के तौर पर बताकर मामले की पूरी तरह पटाक्षेप किया था और हरक सिंह भी मुख्यमंत्री धामी की जमकर प्रशंसा कर विकास की लड़ाई बताया था लेकिन कई मौके पर हरक के बयान पार्टी के लिए असहज भी साबित हुए। हाल ही में कोर ग्रुप में शामिल नहीं होना और कई सीटों पर अपनी दावेदारी की शर्त के साथ पार्टी को विवश करना हरक के लिए भारी पड़ा गया। ऐसे में हरक के लिए अब राजनीतिक सफर आसान नहीं रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने के मामले पर कहा कि अभी तक कांग्रेस में उनके ज्वाइन होने की जानकारी मुझे नहीं है।
हरक सिंह को पहले कांग्रेस छोड़ने और अपनी गलती स्वीकार कर माफी मांगनी चाहिए तभी उनका कांग्रेस में फिर से स्वागत होगा। हालांकि उन्होंने कहा कि पार्टी के निर्णय के साथ हम सभी साथ है।
हरीश सिंह रावत साल 2016 में कांग्रेस के कई विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। इस दौरान हरीश रावत की सरकार संकट में आ गई थी। हरीश रावत अब इतनी आसानी से हरक सिंह रावत को कांग्रेस में इंट्री देने के पक्ष में नहीं है।
हरक सिंह रावत ने एक बयान में कहा है कि अब वे कांग्रेस के लिए बिना शर्त काम करेंगे। आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार आ रही है।