धर्मनगरी हरिद्वार में कोरोना के लगातार बढ़ते आंकड़ों के मद्देनजर प्रशासन का जोर अधिकतम टेस्टिंग पर है। जिला अधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि हरिद्वार में अब सबसे अधिक जोर अधिकतम टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है, ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों का पता लगाकर उस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर इस महामारी को फैलने से रोका जा सके।
जिला अअधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि अभी हाल ही में हिंदुस्तान युनिलीवर कंपनी में भारी तादाद में कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए थे। वर्तमान में फिलहाल कंपनी को सील कर उसे सेनेटाइज कर उत्पादन रोक दिया गया है। लापरवाही बरतने के कारण कंपनी के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
उल्लेखनीय है कि हरिद्वार में बीते दिनों करीब 1,000 नए मामले सामने आए हैं। इसमें करीब 700 केस कोरोना पॉजिटिव बताए जा रहे हैं। इन सभी कोरोना संक्रमितों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। जिला अधिकारी ने बताया कि हरिद्वार की कई फैक्ट्रियों में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। वहां पर अधिकतम टेस्टिंग कराई जा रही है। इसके अलावा सभी कारखानों में कार्यरत मजदूरों की कुल संख्या का 10 प्रतिशत टेस्टिंग कराने के निर्देश भी दिए गए हैं, जिससे कोरोना को जल्द काबू किया जा सके।
उन्होंने बताया कि मोहल्लों और बस्तियों में जाकर डेंगू के लार्वा को नष्ट किया जा रहा है।साथ ही स्थानीय लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।
कोरोना संक्रमण के प्रभाव को रोकने के लिए 25 और 26 जुलाई को पूर्ण लॉक डाउन की घोषणा की गई है। हिन्दुस्तान यूनिलीवर में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मिलने से प्रशासन की नींद उड़ गई है। सरकार ने जिले को कोरोना मुक्त करने के मद्देनजर 25 व 26 जुलाई को सम्पूर्ण लॉक डाउन की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरिद्वार, देहरादून, नैनीताल और उधमसिंह नगर जनपदों में शनिवार और रविवार को लॉक डाउन करने का निर्णय किया है। जिला अधिकारी हरिद्वार सी रविशंकर का कहना है कि 25 और 26 जुलाई को जिले में पूर्ण लॉक डाउन रहेगा। लोग घरों में रहें। शारीरिक दूरी का पालन कर कोरोना को हराएं।