उत्तराखंडः कोरोना का एपिसेंटर बन रहा है कुंभ !

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एपिसेंटर
धर्मनगरी हरिद्वार में सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ चल रहा है लेकिन हरिद्वार कोरोना का एपिसेंटर बनने की कगार पर पहुंच गया है। यहां अब हालत बेहद चिंताजनक होते जा रहे हैं। कोरोना के आंकड़े और जमीनी हकीकत बेहद डरावनी होती जा रही है। आलम ये है कि अब अखाड़ों में संत समाज के लोग भी लगातार कोरोना की चपेट में आ रहे हैं।
ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मी और श्रद्धालु भी पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं नरेंद्र गिरी के बाद अब उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत कई अन्य भी संक्रमित हो गए हैं। जूना अखाड़ा में लगातार स्वास्थ्य विभाग की टीम न केवल साधु-संतों का चेकअप कर रही है, बल्कि तबीयत खराब होने पर रेफर भी कर रही है। इसके बावजूद कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। जो चिंता का विषय बनता जा रहा है।
दरअसल, हरिद्वार महाकुंभ में इस बार प्रशासन की सख्ती और कोरोना गाइडलाइन की वजह से बेहद कम श्रद्धालु पहुंच रहे हैं लेकिन कोरोना के आंकड़े लगातार डरा रहे हैं। अखाड़ों के संत भी लगातार इसकी चपेट में हैं। यह बात अलग है कि कुछ बातों को शासन, प्रशासन और संत-समाज की ओर से सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है। जूना अखाड़ा में कैंप कर रहे एक प्राइवेट डॉक्टर की मानें तो उनके पास रोजाना 900 से 1500 मरीज आ रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा मरीज नागा संन्यासी और साधु समाज के अन्य पदाधिकारी हैं, जिन्हें खांसी, जुकाम, बुखार जैसी अन्य समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं। कोरोना वायरस पैर पसारता जा रहा है। बीते 12 अप्रैल को हुए शाही स्नान के दौरान पॉजिटिव की संख्या 409 थी, जिसमें अब तक कई संत समाज के लोग भी इसकी चपेट में आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार जूना अखाड़ा के संतों की जांच कर रही है। दो से तीन एंबुलेंस लगातार साधु समाज के अखाड़ों के आसपास लगाई गई हैं। जैसे ही किसी साधु-संत की तबीयत खराब होती है, वैसे ही उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया जा रहा है। 13 अप्रैल को भी यही हालत थे।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक साधु-संतों में वायरस संक्रमित की संख्या 12 बताई जा रही है। ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी भी लगातार कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। आईजी कुंभ मेला संजय गुंज्याल की मानें तो ड्यूटी में तैनात 20 पुलिसकर्मी अब तक पॉजिटिव निकले हैं, जिसके बाद उनके आसपास तैनात और उनके संपर्क में आए कई पुलिसकर्मियों को आइसोलेट किया गया है। हरिद्वार में जिस तरह से भीड़ लगातार उमड़ रही है और साधु-संत और पुलिसकर्मी जिस तरह से संक्रमित हो रहे हैं, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कुंभ समाप्ति के बाद न केवल हरिद्वार की मुसीबत बढ़ सकती है, बल्कि यहां से जाने के बाद साधु-संत और भक्तों की संख्या अन्य राज्यों में भी कोरोना के आंकड़े बढ़ा सकते हैं