हरिद्वार, प्राकृतिक आपदा, बाढ़ और स्नान पर्व के दौरान नदी में डूबने वाले यात्रियों को पानी से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने एक मोटर राफ्ट जल पुलिस को सुपुर्द की है।
नदी में पानी के विपरीत बहाव की दिशा में इस राफ्ट को करीब दो किलोमीटर चलाकर इसकी क्षमता को एसपी सिटी ममता वोहरा ने खुद राफ्ट को चला कर परखा। जबकि आपदा प्रबंधन अघिकारी मीरा कैंथुरा मोटर वोट में उनके साथ बैठी रही। इसके अलावा एक मोटर राफ्ट लक्सर तहसील को आपदा की स्थिति से निबटने के लिए आपदा प्रबंधन ने दी है। इस मोटर राफ्ट के तमाम उपकरण भी जल पुलिस के सुपुर्द किए हैं।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा कैंथुरा ने बताया कि, “हरिद्वार पुलिस की ओर से गंगा में डूबने वाले यात्रियों को बचाने के लिए मोटर राफ्ट की डिमांड की गई थी। इसी के चलते आपदा प्रबंधन की ओर से दो मोटर राफ्ट क्रय की गई। करीब साढ़े आठ लाख की कीमत की एक मोटर राफ्ट पानी के बहाव के विपरीत दिशा में चलने में उपयोगी साबित होगी।”
इस राफ्ट की मदद से जल पुलिस प्राकृतिक आपदा और स्नान पर्व के दौरान डूबने वाले यात्रियों को सकुशल नदी से बाहर निकालने में मदद करेगी। इसी के अलावा एक मोटर राफ्ट लक्सर तहसील को सुपुर्द की गई है। लक्सर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है। बरसात के दिनों में बाढ़ आने के कारण लोगों को पानी से सुरक्षित बाहर निकाला जा सकता है।
इससे पूर्व भी लक्सर तहसील को में एक मोटर राफ्ट गई थी, अब लक्सर तहसील में दो मोटर राफ्ट हो कई है, जो बाढ़ की स्थिति से निबटने में कारगर होगी। इसी के चलते इन मोटर राफ्ट का पुनः परीक्षण किया गया। दोनों मोटर राफ्ट को नदी में चलाकर देखा गया। जल पुलिस के जवान और एसपी सिटी ममता वोहरा ने खुद इन राफ्ट को चलाया, उन्होंने बताया कि, “इसके अतिरिक्त पुलिस की डिमांड के अनुसार और राफ्ट मंगाई जा सकती है।”