हरिद्वार। लोकसभा चुनाव में हरिद्वार सीट पर भाजपा के डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की राह आसान दिखाई पड़ रही है। हरिद्वार सीट पर कांग्रेस के कद्दावर माने जा रहे प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नैनीताल से चुनाव लड़ने की अटकलों ने निशंक के लोकसभा जाने का रास्ता साफ कर दिया है। हालांकि, कांग्रेस ने हरिद्वार सीट पर अभी अपने पत्ते नही खोले है।
कांग्रेस हरिद्वार सीट से उम्मीद्वार के नाम का ऐलान भी नहीं कर पाई है। वहीं, भाजपा प्रत्याशी निशंक के शुक्रवार को रोड शो में मिले भारी समर्थन ने भाजपाईयों में उत्साह का संचार किया है। गुटबाजी को दरकिनार कर पूरी हरिद्वार भाजपा एकजुट नजर आई। इससे कहा जा सकता है कि हरिद्वार सीट से भाजपा उम्मीद्वार की लोकसभा पहुंचने की राह आसान हो गई है। हालांकि इस बार भी लोकसभा चुनाव में मोदी ही चेहरा होंगे, किन्तु निशंक के सांसद रहते हुए क्षेत्र में कराए गए विकास कार्य और आम आदमी तक उनकी गहरी व्यक्तिगत पैठ भी जीत की राह का आसान करेगी। वहीं कांग्रेस में अब ऐसा कोई चेहरा नजर नहीं आ रहा जो निशंक को कड़ी चुनावी टक्कर दे सके। जिन लोगों ने कांग्रेस से टिकट की दावेदारी पेश की है, उन पर गुटबाजी हावी है। ऐसे में कांग्रेस का हरिद्वार सीट से चुनावी वैतरणी पार पाना मुश्किल नजर आ रहा है। बहरहाल यह तो 23 मई को स्पष्ट हो पाएगा की जीत किसका वरण करेगी और किसको हार का सामना करना पड़ेगा। लेकिन हरीश रावत के लिए हरिद्वार सीट छोड़ना भाजपा के लिए वाकओवर देना साबित होता दिखाई पड़ रहा है। निशंक भाजपा के मजबूत प्रत्याशी साबित हुए। निशंक को मदन कौशिक का साथ, भाजपा विधायकों की एकजुटता और बाबा रामदेव का आशीर्वाद कुल मिलाकर कहा जाए तो वातावरण निशंक के अनुकूल है। निशंक का हरिद्वार सीट से एक बार फिर लोकसभा जाने का रास्ता बन गया है।