हरिद्वार, कांवड़ मेले के चलते शहर से लेकर देहात हर ओर तीर्थनगरी भगवा रंग में रंगी नजर आ रही है। कांवड़िऐ जल भरकर अपने गंतव्य की ओर जहां कूच कर रहे हैं वहीं कांवड़ियों के आने का सिलसिला भी जारी है। कांवड़ियों की भीड़ के चलते विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने जगह-जगह शिविर लगाकर कांवड़ियों की सेवा के लिए भण्डारे आदि लगाए हैं।
शिविरों में भोजन, जलपान के साथ चिकित्सा सुविधा भी कांवड़ियों को उपलब्ध कराई जा रही है। शिविरों में स्थानीय युवा कांवड़ियों की सेवा में जुटे हैं। हाइवे से होकर गुजरने वाली बड़ी एवं सजावटी कांवड़ों को देखने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग हाइवे पर जुट रहे हैं।
शाम होते ही शंकराचार्य चौक, ऋषिकुल पुल, प्रेमनगर पुल, श्रद्धानन्द चौक सहित पूरे हाइवे पर कांवड़ लेकर लौट रहे शिवभक्तों को देखने के लिए शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोग उमड़ रहे हैं। कांवड़ देखने के लिए आने वालों में सर्वाधिक संख्या महिलाओं एवं बच्चों की होती है। देर रात तक हाइवे पर कांवड़ देखने वाले लोगों की भारी भीड़ जुट रही है। तिरंगा लगी विशाल कावंड़, भोलेनाथ की प्रतिमा लगी कांवड़ के साथ नाचते गाते कांवड़िएं, विभिन्न प्रकार के मुखौटे पहने कांवड़ियों के समूह आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
कांवड़ मेले के चलते कांवड़ियों का जगह-जगह स्वागत एवं जलपान की व्यवस्था भी की गई है। कांग्रेस कमेटी के बैनर तले ज्वालापुर के मुस्लिम समाज ने पार्षद सुहेल अख्तर के नेतृत्व में शिविर का आयोजन कर कांवड़ लेकर वापस लौट रहे शिवभक्तों को जलपान और फलाहार वितरित किया। शिविर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी संख्या में मुस्लिम युवाओं ने भी हिस्सा लिया।
इस दौरान महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संजय अग्रवाल एवं पूर्व विधायक अंबरीष कुमार ने कहा कि, “लंबी पैदल यात्रा करने वाले शिवभक्त कांवड़ियों की सेवा करने के लिए सभी को आगे आना चाहिए।” पार्षद सुहेल अख्तर एवं सचिन अग्रवाल ने कहा कि , “हरिद्वार धर्मनगरी गंगा जमुनी तहजीब की प्रतीक है। प्रतिवर्ष होने वाले विशाल कांवड़ मेले के दौरान सभी धर्म समुदाय के लोग शिवभक्त कांवड़ियों की सेवा करने के लिए जुट जाते हैं।”
उन्होंने कहा कि, “कांवड़ मेला एकता, भाइचारे एवं सौहार्द का संदेश भी देता है।” सुहेल अख्तर ने कहा कि, “शिवभक्त कांवड़िए कठिनाइयों के बावजूद अपनी धार्मिक यात्रा को पूरा करते हैं। यात्रा के दौरान शिवभक्त कांवड़ियों की निस्वार्थ करने से मन को प्रसन्नता मिलती है।” पूर्व राज्य मंत्री डाॅ. संजय पालीवाल एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हाजी नईम कुरैशी ने कहा कि, “गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल कांवड़ मेला पेश करता है।”
मकबूल कुरैशी एवं हाजी इरफान अंसारी ने कहा कि, “कांवड़ मेले की व्यवस्थाएं माकूल होनी चाहिए। राज्य सरकार को विशेष सतर्कता बरतते हुए मेले को संपन्न कराना चाहिए। शिवभक्तों की सेवा से अवश्य ही पुण्य लाभ अर्जित किया जाता है।”