उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दौरान भले ही हरीश रावत की बेटी और विधायक अनुपमा रावत के साथ कांग्रेस के विधायक न आए हों, लेकिन उनके पिता हरीश रावत बेटी के साथ हर कदम पर खड़े हैं।
विस सत्र में हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा के कार्यकर्ताओं और विधायक द्वारा महंगाई के विरुद्ध उठाए गए कदमों पर हरीश रावत ने भी अपने देहरादून स्थित आवास पर एक घंटे का मौन रखा। हरीश रावत ने बाद में कहा कि हरिद्वार में जिस तरह कांग्रेस कार्यकर्ता उत्पीड़ित हो रहा है उसके लिए वह काफी दुखी हैं। कार्यकर्ताओं के महंगाई से जूझने और उत्पीड़ित होने पर उनके मन में काफी आक्रोश है। इसी मुद्दे को अनुपमा रावत ने विधानसभा में उठाने का प्रयास किया।
मंगलवार को विधानसभा सत्र के दौरान जहां अनुपमा रावत ने बैनर लेकर राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान महंगाई तथा उत्पीड़न के मुद्दे को उठाने का काम किया वहीं इसी मुद्दे पर उन्होंने मीडिया के सामने भी चर्चा रखी।
अनुपमा रावत ने आरोप लगाए कि उनके समर्थकों को भाजपा के इशारे पर परेशान किया जा रहा है जो उचित नहीं है। उनका कहना था कि पुलिस प्रशासन के उत्पीड़न के विरुद्ध उन्होंने थाने में भी धरना दिया था और इसी मुद्दे पर हरीश रावत ने भी अपने आवास पर एक घंटे का मौन रखा।