हरीश रावत ने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों पर उठाए सवाल

0
666
हरीश रावत

देहरादून। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों पर भाजपा सरकार पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार विकास का गाथा गा रही है लेकिन केदारनाथ का हाल देखकर निराशा हाथ लगी है।
राजधानी देहरादून में शुक्रवार को राजपुर रोड स्थित एक होटल में केदारनाथ धाम से वापस लौटकर हरीश रावत ने पत्रकरों से बातचीत में अपने केदारनाथ यात्रा का जिक्र किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि वह दूसरों के कामों को अपना बताने में सदैव तैयार रहते हैं। हरीश रावत ने कहा कि पुनर्निर्माण कार्यों को मैने दूरबीन से देखा लेकिन निराशा हाथ लगी। केदारधाम से निकासी के लिए बनाए जा रहे चौमासी और त्रिजुगीनारायण का काम जस का तस रुका है। वर्तमान सरकार ने केवल और केवल पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यों को रोकने और केवल श्रेय लेने के लिए उन्हीं कामों को दोबारा शुरू करवाया है। जो काम शुरू भी हुए हैं, वो भी आधे अधूरे हैं।
श्री रावत ने प्रधानमंत्री पर प्रहार करते हुए कहा कि मोदी जी को सुबह-शाम, ड्रोन-सेटेलाइट सुबह के नास्ते में भी केदारनाथ धाम दिखता है, पर हो कुछ नहीं रहा। अपनी ब्रांडिंग के लिए गुजरात के लोगों को वहां का कर्ताधर्ता बनाया हुआ है। जिस धाम में भगवान के दर्शन होते हैं वहां मोदी की टीम के लोगों के फोटो दिख रहे हैं।
पूर्व सीएम ने केदारनाथ में चल रहे लेजर शो पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि इसमें भी श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया है। उन्होंने कहा कि अव्यवस्थित तरीके से किए गए कार्यों ने मंदिर की भव्यता को खत्म कर दिया है। सरकार ने स्मार्ट केदार के नाम पर स्थानीय लोगों के रोजगार भी खत्म कर दिए हैं। उन्होंने केदारनाथ में हुए कार्यों की जांच की मांग करते हुए कहा कि जो इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें सामने लाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अपने कार्यकाल में केदारनाथ में काफी बदलाव की चर्चा कर रही है जबकि सच्चाई भिन्न है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ विकास कार्यों का जायजा लेने गए थे लेकिन उन्हें वहां पर कोई बदलाव दिखाई नहीं दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने पहले केंद्र सरकार से निरंतर मांग की थी कि मंदाकिनी में जो कटाव हो रहा है, उसके लिए 4 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट पास किया जाए लेकिन सरकार ने उसमें अभी तक कोई काम नहीं किया है।
हरीश रावत ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि गरुड़ चट्टी में तपस्वली में भी अभी तक कोई काम नहीं हुआ। राज्य सरकार ने सड़कों के गड्डे तक नहीं भरे। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार ने केदारनाथ के रूप को बदल दिया है। केदारनाथ धाम में पहले श्रद्धालुओं का स्वागत भगवान की मूर्तियां करती थी लेकिन अब उसके स्थान पर नेताओं की मूर्तियां श्रद्धालुओं का स्वागत करती है।
पत्राकर वार्ता में राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल केदारनाथ विधायक मनोज रावत मौजूद थे।