हरीश रावत ने साधा पीएम मोदी पर निशाना

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    हरिद्वार। उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस बार प्रस्तावित 20 अक्टूबर को केदारनाथ के दौरे पर आने पर उनसे तीन मांगें की हैं। इनमें हरीश रावत ने उनसे आॅल वैदर रोड, नमामी गंगे और डबल इंजन की सरकार को लेकर सौगात मांगी। इसके साथ पिछले दौरे पर उत्तराखंड को दी अपनी सौगात की शिकायत भी की।

    हरीश रावत मंगलवार को हरिद्वार में संतो से मुलाकात करने के बाद केन्द्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा। आगामी 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित केदारनाथ दौरे को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्य मंत्री हरीश रावत ने उनसे उत्तराखंड के लिए तीन सौगात मांगी। हरीश रावत ने कहा कि मोदी ने अपने पहले दौरे पर उत्तराखंड को डबल इंजन की सरकार दी थी। जो चल रहा है और धुंआ फेंक कर प्रदूषण कर रहा है। उन्होंने इसकी सही से मरम्मत कर इसे चलाना सिखाने की अपील की। हरीश रावत ने अपनी दूसरी मांग पर कहा कि गंगा के लिए उनकी सरकार ने 67 प्रोजेक्ट बनाये थे लेकिन नमामी गंगे में पैसा आज तक जारी नहीं हो पाया है। रावत ने नमामी गंगे पर सवाल उठाते हुए कहा कि गंगा सफाई को भी इस सरकार ने नमामी गंगे कर दिया है। अपनी तीसरी मांग में रावत ने आॅल वेदर रोड को लेकर कहा कि इस बात को क्लियर करें कि यह रोड हमारी सरकार ने चारधाम और कैलाश मानसरोवर यात्रा रोड के रूप में विकसित करने का काम किया था।
    हरीश रावत ने एक ओर जहां चावल घोटाले के नाम पर एक अधिकारी के सेवा विस्तार को रोकने को घोटाले का रूप देने पर सवाल उठाये। उन्होने इस मामले में सरकार से मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच कमेटी बना इसकी जांच की गहराई में जाने की बात कही। हरीश रावत ने चावल घोटाले के साथ-साथ धान खरीद घोटाले की आशंका जाहिर की है। उन्होंने कहा कि धान खरीद नीति जारी होनी चाहिए थी जिसमें जानबूझकर विलम्ब किया गया। हरीश रावत ने कहा कि कुछ प्राइवेट ट्रेडर्स को फायदा पहुंचाने के लिए जानबूझ कर यह किया गया है। रावत ने कोठारी मंहत मोहनदास की गुमशुदगी पर चिंता जताई और अभी तक उनका पता न लगने पर इसे सरकार की नाकामी बताया।