रविवार को हरीश रावत व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाधयाय के नेतृत्व में मीडिया को सम्भोदित किया। हरीश रावत ने कहा कि एक निर्णायक मत के साथ सरकार के गठन की स्थिति पैदा हुई है। रावत ने यह भी कहा कि एक ऐतिहासिक बहुमत पाने के लिए बीजेपी को बधाई देता हूँ।
साथ ही हरीश रावत ने कहा कि यह मेरे नेतत्व में चुनाव लड़ा गया था। पार्टी का फेस में ही था और चुनाव परिणाम आने के बाद हार की जिम्मेदारी मैंने ली है और मैंने सावर्जनिक रूप से स्वीकार की है। इसलिए इस समय इस हार के लिए किसी और की जिम्मेदारी नहीं है सिर्फ यह जिम्मेदारी मैं लूंगा।
इवीएम मशीन की गड़बड़ी की बात पर रावत ने कहा कि “यह मुद्दा कांग्रेस ने नही उत्तरप्रदेश के राजनितिक दल की नेता मायावती ने सवाल उठाया है और कांग्रेस ने कहा है कि उस सवाल का हल निकालना चाहिए। वोटिंग की प्रणाली के पारदर्शी के हित में है। अगर यह सवाल उठा है तो उसका समाधान भी निकलना चाहिए।”
साथ ही राज्य की जनता ने कांग्रेस को विपक्ष की भूमिका में रखा है और इस जिम्मेदारी को कांग्रेस भली-भांति निभाएगी। बहरहाल ये देखने की बात होगी इतनी करारी हार का पीचे कारणों रो पहचानने के लिये पार्टी क्या कदम उठाती है। साथ ही क्या पार्टी संगठन में बी किसी तरह के बदलाव की कवायद शुरू करेगी?