हर्षिल-छितकुल के लम्खागा पास से बर्फबारी के दौरान लापता 11 ट्रैकर्स में से 7 लोगों के शव बरामद किए गए है। शुक्रवार को इनमें से तीन शवों को हर्षिल लाया गया है। हर्षिल की बिहार रेजिमेंट सेना सहित एसडीआरएफ लगातार भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू अभियान चला रही है। पांच लोगों की पहचान हो चुकी है, दो की पहचान नहीं हो सकी है।
शुक्रवार सुबह एक गाइड देवेंद्र को जिंदा रेस्क्यू किया गया और वायु सेना के हेलीकॉप्टर से उसे हर्षिल पहुंचाया गया। देवेंद्र पुरोला उत्तरकाशी के ही रहने वाले हैं। बीते दिन रेस्क्यू किए गए पश्चिम बंगाल निवासी 31 वर्षीय ट्रैकर मिथुन दारी का जिला अस्पताल में अभी इलाज चल रहा है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि शुक्रवार दोपहर तक 3 शव हर्षिल लाए जा चुके हैं। अन्य शवों को भी लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही लापता लोगों की तलाश भी जारी है।
शवों की पहचान अनिता रावत पुत्री ज्योति सिंह उम्र 38 वर्ष निवासी हरी नगर, साउथ वेस्ट दिल्ली, तन्मय तिवारी उम्र 30 वर्ष निवासी कृष्णनगर कोलकाता, सौरव घोष उम्र 34 वर्ष निवासी कोलकाता, सवियान दास उम्र 28 वर्ष निवासी कोलकाता, विकास मैकल पुत्र स्वपन मैकल उम्र 33, राघवपुर नेपालगंज के रूप में हुई।
ये हैं अभी लापता
उपेंद्र सिंह उम्र 32 वर्ष निवासी पुरोला उत्तरकाशी, ज्ञानचंद उम्र 33 वर्ष निवासी पुरोला, रिचर्ड मंडल उम्र 30 वर्ष निवासी कोलकाता, सुकेन मांझी उम्र 43 वर्ष निवासी कोलकाता।
घायलों के नाम
मिथुन दारी उम्र 31 वर्ष निवासी कोलकाता, देवेन्द्र उम्र 37 वर्ष निवासी पुरोला, उत्तरकाशी।
उल्लेखनीय है कि बीते 14 अक्टूबर को दिल्ली और कोलकाता के 8 ट्रैकर्स के साथ 17 सदस्यीय दल हर्षिल-छितकुल के लम्खागा पास के लिए रवाना हुआ था। दल के लम्खागा पास पार करने के बाद टीम के 6 पोर्टर बीती मंगलवार को हिमाचल प्रदेश की ओर आईटीबी कैम्प पहुंच गए थे, लेकिन 8 ट्रैकर्स सहित अन्य 3 लोग भारी बर्फबारी के चलते लापता हो गए थे।
स्थानीय ट्रैकिंग एजेंसी ने घटना की सूचना बुधवार को जिला आपदा प्रबंधन विभाग की दी थी। सूचना के आधार पर एक हेलीकॉप्टर सहित एसडीआरएफ की टीम खोज-बचाव के लिए मौके के लिए रवाना हुई थी।इस टीम में कोलकाता के 7, दिल्ली का एक पर्यटक और उत्तरकाशी के तीन रसोइए थे।