स्वास्थ्य मंत्री बोले-जिला अस्पतालों से मरीज नहीं होंगे रेफर

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चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिला और उप जिला अस्पतालों को रेफर सेंटर नहीं बनाया जाएगा बल्कि अस्पताल आने वाले 90 फीसदी मरीजों का उपचार वहीं पर करना होगा। इसके लिए उन्होंने जनपद स्तर पर मुख्य चिकित्साधिकारियों को तीन दिन में रिपोर्ट तैयार कर महानिदेशालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित कायाकल्प सम्मान समारोह से पहले चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत विभिन्न जनपदों से आए मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ बैठक कर जिला एवं उप जिला अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि अभी तक जिला चिकित्सालयों से 30 फीसद से ज्यादा मरीज रेफर हो रहे हैं, लेकिन इस आंकड़े को कम किया जाएगा। इन अस्पतालों में 90 फीसद मरीज को उपचार किया जाएगा और रेफर मरीजों की संख्या में कमी लाई जाएगी।

आउटसोर्स के माध्यम भरा जाएगा-

विभागीय मंत्री ने कहा कि जिला अस्पतालों में रिक्त विशेषज्ञ चिकित्सकों के पदों को भरने के लिए महानिदेशालय प्रक्रिया शुरू करेगा। जबकि स्टॉफ नर्स,विभिन्न टेक्नीशियन,वार्ड ब्वाय व सफाई कर्मी के पदों को आउटसोर्स के माध्यम से जनपद स्तर पर भरा जाएगा।

चरणबद्ध तरीके से होगा कार्य-

मंत्री ने कहा कि सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्था को और बेहत्तर बनाने के लिए चरणबद्ध तरीके से कार्य किया जाएगा। प्रथम चरण में राजकीय मेडिकल कॉलेजों व जिला अस्पतालों को सभी सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा। जबकि दूसरे चरण में उप जिला चिकित्सालयों एवं तीसरे चरण में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा चौथे चरण में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को बेहतर व सुविधा सम्पन्न बनाया जाएगा। उन्होंने राजकीय अस्पतालों के सौन्दर्यीकरण और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश जनपद स्तर के अधिकारियों को दिए।

बैठक में सचिव स्वास्थ्य राधिका झा,महानिदेशक डॉ.शैलजा भट्ट,निदेशक एनएचएम डॉ.सरोज नैथानी,निदेशक डॉ.विनीता शाह,डॉ.मीतू शाह,डॉ.तारा आर्य,अपर निदेशक डॉ.भागीरथी जंगपांगी,सहायक निदेशक डॉ.सुधीर पाण्डेय,सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारी और एसीएमओ उपस्थित रहे।